मालदीव के भारत में राजदूत ने कहा है कि भारत ने मलदीव को जो दो हेलिकॉप्टर दिए थे वे अब तक मेडिकल इमरजेंसी में काम आ रहे थे लेकिन अब मालदीव ने पर्याप्त स्रोत बना लिए हैं. इसलिए अब उनकी जरूरत नहीं है तो बेहतर है कि उन्हें वापस ले जाया जाए.
नई दिल्ली. मालदीव ने भारत से कहा है कि वह उसकी जमीन पर तैनात अपने सैन्य हेलिकॉप्टर और जवानों को वापस बुला ले. बता दें कि पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं. हालांकि पहले मालदीव और भारत के संबंध बहुत बेहतर और करीबी रहे हैं. भारत ने हिंद महासागर में बसे इस छोटे से देश मालदीव की सैन्य और आर्थिक तौर पर काफी मदद की है.
लेकिन अब मालदीव के राजदूत ने साफ किया है कि भारत के साथ उसका समझौता जून में ही खत्म हो गया है. गौतलब है कि चीन की ओर से मालदीव में दखलंदाजी काफी बढ़ गई. ऐसे में मालदीव की अब्दुल्ला यामीन की सरकार पूरी तरह से चीनी नियंत्रण में है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर से बातचीत में मालदीव के भारत में राजदूत अहमद मोहम्मद ने कहा है कि भारत ने मलदीव को जो दो हेलिकॉप्टर दिए थे वे अब तक मेडिकल इमरजेंसी में काम आ रहे थे लेकिन अब मालदीव ने पर्याप्त स्रोत बना लिए हैं. इसलिए अब उनकी जरूरत नहीं है तो बेहतर है कि उन्हें वापस ले जाया जाए. अहमद मोहम्मद ने कहा कि ‘वे पहले काफी उपयोगी थे लेकिन जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर, सुविधाओं और अन्य जरुरतों के चलते अब हम मेडिकल इमरजेंसी का सामना करने में सक्षम हैं.’ बता दें कि भारत ने हेलीकॉप्टर के अलावा अपने 50 जवान भी मालदीव में तैनात कर रखे हैं.
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