जब शंकराचार्य से पूछा गया कि क्या किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को शंकराचार्य की उपाधि मिल सकती है? जवाब में शंकराचार्य ने कहा हमारे देश में शंकराचार्य दंडी संन्यासी बनते हैं। दंडी संन्यासी के लिए पुरुष होना जरूरी है। महिला या पुरुष से इतर अन्य लिंग के लोग शंकराचार्य नहीं बनते।
नई दिल्लीः ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद हमेशा अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं। उन्होंने कई मुद्दों पर मोदी सरकार पर हिंदू धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। हाल ही में उन्होंने किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को महामंडलेश्वर की उपाधि दिए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अध्यक्ष का पद खाली होने वाला है। उन्हें अध्यक्ष क्यों नहीं बना देते?
जब शंकराचार्य से पूछा गया कि क्या किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को शंकराचार्य की उपाधि मिल सकती है? जवाब में शंकराचार्य ने कहा हमारे देश में शंकराचार्य दंडी संन्यासी बनते हैं। दंडी संन्यासी के लिए पुरुष होना जरूरी है। महिला या पुरुष से इतर अन्य लिंग के लोग शंकराचार्य नहीं बनते। लेकिन प्रोत्साहन और सशक्तिकरण के लिए किसी को बनाना है तो राष्ट्रपति का पद भी खाली होने वाला है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख का पद खाली होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष का पद भी खाली होने वाला है। तलाश की जा रही है कि किसे बनाया जाए… किसे बनाया जाए? उन्ही को बना दो।
शंकराचार्य ने कहा कुंभ सनातन धर्मियों का सबसे बड़ा समागम है। सनातन धर्म का सबसे बड़ा संदेश यहीं से जाना चाहिए। वह संदेश है गोरक्षा का। हिंदू की सबसे बड़ी पहचान उसके गोत्र से होती है। हिंदू समाज में जहां भी रहता है, वह गाय की पूजा करता है। आज हम देश में बहुसंख्यक हैं, लेकिन गायों का वध हो रहा है। न केवल उनका वध हो रहा है, बल्कि उन्हें पैकेट में पैक करके डॉलर में बेचा जा रहा है।
जब शंकराचार्य ने पूछा गया कि कुमार विश्वास ने बॉलीवुड अभिनेता के बेटे का नाम तैमूर रखे जाने पर टिप्पणी की है, तो उन्होंने कहा- हम जानते हैं कि रावण अत्याचारी था, इसलिए कोई भी अपने बच्चे का नाम उसके नाम पर नहीं रखता।
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