आंध्र प्रदेश : काकीनाडा जिले में एक तेल फैक्ट्री में दम घुटने से सात मजदूरों की मौत हो गई. जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. हादसा पेद्दापुरम मंडल के रागमपेटा गांव में ऑयल फैक्ट्री में एक टैंकर की सफाई के दौरान हुआ. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. 7 मजदूरों की हुई […]
आंध्र प्रदेश : काकीनाडा जिले में एक तेल फैक्ट्री में दम घुटने से सात मजदूरों की मौत हो गई. जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है. हादसा पेद्दापुरम मंडल के रागमपेटा गांव में ऑयल फैक्ट्री में एक टैंकर की सफाई के दौरान हुआ. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
अधिकारियों ने बताया कि सुबह मजदूरों को अंबाती सुब्बन्ना ऑयल फैक्ट्री के बंद पड़े टैंकर की जांच करने के लिए कहा गया. रेडप्पा ने मैनहोल से सबसे पहले टैंकर में प्रवेश किया. जब उसने कुछ देर तक जवाब नहीं दिया तो 3 अन्य मजदूर टैंकर में उतरे. जब उन्हें भी सांस लेने में तकलीफ हुई तो वे मदद के लिए चिल्लाने लगे.
इसके बाद 3 और मजदूर उन्हें बचाने के लिए टैंकर में उतरे लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आकर सभी मजदूर बेहोश हो गए. इसके बाद शिवकुमार रेड्डी नीचे गए. उन्हें भी सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया. इसके बाद सभी मजदूरों को बाहर निकालकर पास के सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उनमें से 6 को मृत घोषित कर दिया. 7वें मजदूर की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. जबकि शिवकुमार रेड्डी को तमिलनाडु के वेलुरु में ट्रांसफर कर दिया गया.
जिला अग्निशमन अधिकारी वी श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि हैचरी के पास अग्निशमन विभाग से एनओसी नहीं थी. पुलिस ने धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दस लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है. जबकि कंपनी 15 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने पर सहमत हुई है.
SP ने कहा कि प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय विधायक और पूर्व गृह मंत्री चिन्नाराजप्पा ने भी तेल कारखाने का दौरा किया. उन्होंने तेल फैकट्री के प्रबंधन पर आरोप लगाया कि टैंकर की सफाई के लिए अनुभवहीन कर्मचारियों को लगाया गया था.
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