नई दिल्लीः बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी की महिला सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल के बदले पैसे लेने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद महुआ मोइत्रा आज यानी 2 अक्टूबर को लोक सभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने हंगामा करते हुए समिति के अध्यक्ष पर […]
नई दिल्लीः बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी की महिला सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल के बदले पैसे लेने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद महुआ मोइत्रा आज यानी 2 अक्टूबर को लोक सभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने हंगामा करते हुए समिति के अध्यक्ष पर टीएमसी सांसद से व्यक्तिगत और अनुचित सवाल पूछने का आरोप लगाएं। जिसके बाद बयानबाजी शुरु हो गई है। विपक्षी के आरोपों पर समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विपक्षी मेंबर पर अनैतिक व्यवहार करने का आरोप लगाया।
इससे पहले, लोक सभा की एथिक्स कमेटी की मिटिंग में निजी सवालों के आरोपों पर विपक्षी सांसदों ने महुआ मोइत्रा के साथ बैठक का बहिष्कार किया था। इसके बाद नराजगी जताते हुए इन सांसदों ने सामूहिक वॉकआउट किया था। कांग्रेस सांसद और पैनल के सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी ने वॉकआउट के बाद कहा था कि हमें एथिक्स कमेटी के प्रमुख द्वारा मोइत्रा से पूछे गए सवाल अशोभनीय और अनुचित लगे। उनके अलावा, कई अन्य मेंबर ने भी बैठक आयोजित करने के तरीके पर भी सवाल खड़े किए थे।
वहीं, एथिक्स कमेटी के सामने पेशी से पहले तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने सवाल के बदले पैसे लेने के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि वकील जय अनंत देहाद्राई दुश्मनी के कारण संसद में सवाल के बदले पैसे लेने के झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने खुद को निर्दोष बताया और संसदीय समिति से कहा कि मेरे ऊपर लगे आरोप देहाद्राई की दुश्मनी से प्रेरित है।
वहीं इन आरोपों पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दर्शन हीरानंदानी द्वारा अपने हलफनामें में किए गए दावों पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा से सवाल पूछने के लिए बाध्य है। मेरे और अन्य लोगों द्वारा उपलब्ध कराए गए सभी साक्ष्यों के बाद भी कोई भी ताकत महुआ मोइत्रा को नहीं बचा सकती है।