नई दिल्लीः टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बुरी तरह से फंस गई है। उन पर उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से महंगे तोहफे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगा है। जिसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ लोकसभा की एथिक्स कमेटी में शिकायत दर्ज करवाई थी। वहीं […]
नई दिल्लीः टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बुरी तरह से फंस गई है। उन पर उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से महंगे तोहफे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगा है। जिसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ लोकसभा की एथिक्स कमेटी में शिकायत दर्ज करवाई थी। वहीं महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों पर ड्राफ्ट रिपोर्ट एडॉप्ट करने के लिए लोकसभा एथिक्स कमेटी की बैठक अब 7 की जगह नौ नवंबर को होगी।
सूत्रों के मुताबिक आचार समिति महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश कर सकती है। पहले खबर आई थी कि कैश – फॉर – क्वेरी मामले की सुनवाई कर रही संसद की एथिक्स कमेटी अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट करने और उसे एडाप्ट करने के लिए सात नवंबर को बैठक करेगी। हालांकि अब 9 नवंबर को बैठक होगी।
एथिक्स कमेटी की जांच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर की गई है। दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह को निशाना बनाने के लिए संसद में प्रश्न पूछने के एवज में उनके व्यापारिक प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से पैसे ली है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की तरफ से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे गए पत्र में महुआ को संसद से तत्काल निलंबित करने की मांग की गई थी।
उधोगपति दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन पर प्रश्न पोस्ट करने की बात स्वीकार की है। हालांकि कैश-फॉर-क्वेरी मुद्दे पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया है कि उन्होंने महुआ मोइत्रा को तोहफे दिए थे। हालांकि महुआ मोइत्रा कैश-फॉर-क्वेरी के आरोपों को झूठा करार देती रही हैं लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने अपना संसदीय लॉगिन शेयर किया था। अब इस मामले में एथिक्स कमेटी की मिटिंग होगी। सूत्रों के अनुसार महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफ़ारिश की जा सकती है।