नई दिल्ली। टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने संसद सदस्यता रद्द करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। कैश फॉर क्वेरी मामले में आचार समिति की सिफारिश के बाद महुआ की संसद सदस्यता शुक्रवार को रद्द कर दी गई थी। अब इस मामले में महुआ सर्वोच्च न्यायालय पहुंची हैं।दरअसल, महुआ मोइत्रा पर पैसे […]
नई दिल्ली। टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने संसद सदस्यता रद्द करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। कैश फॉर क्वेरी मामले में आचार समिति की सिफारिश के बाद महुआ की संसद सदस्यता शुक्रवार को रद्द कर दी गई थी। अब इस मामले में महुआ सर्वोच्च न्यायालय पहुंची हैं।दरअसल, महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगे थे।
इससे पहले महुआ ने सोसल मीडिया पर वीडियो संदेश पोस्ट किया। इस संदेश में महुआ ने कहा कि मैं आपकी बेटी हूं…इस धरती की बेटी हूं। उन्होंने कहा कि मैं तब तक आपके साथ रहूंगी, जब तक आप चाहेंगे। हम इस लड़ाई को जीतेंगे और मैं मैदान छोड़कर भागूंगी नहीं और आपके साथ रहूंगी। महुआ ने कहा कि मैं कृष्णानगर के सभी निवासियों, टीएमसी कार्यकर्ताओं और ब्लॉक अध्यक्ष की आभारी हूं कि उन्होंने मेरे समर्थन में दो दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को ‘कैश फॉर क्वेरी’ केस में शुक्रवार (8 दिसंबर) को सदन की सदस्यता से निष्काषित कर दिया गया। संसद की आचार समिति ने इस मामले में महुआ को निष्काषित करने की सिफारिश की थी। बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने निष्कासन प्रस्ताव सदन में पेश किया, जिसे ध्वनिमत से पारित किया गया। वहीं, विपक्ष ने महुआ की सांसदी रद्द होने की तुलना लोकतंत्र की हत्या से कर दी है। वहीं महुआ ने खुद को बेकसूर बताया।