मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के विधायक और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वे मांसाहारी थे. एनसीपी नेता के इस बयान को लेकर महाराष्ट्र समेत पूरे देश में विरोध तेज हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया है. वहीं, अजित पवार गुट वाली एनसीपी ने भी जितेंद्र के इस बयान को लेकर मुंबई में विरोध-प्रदर्शन भी किया है.
दरअसल, एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि भगवान राम हमारे हैं, वे बहुजन के हैं. राम शिकार कर खाते थे. आप सब क्या चाहते हैं कि हम अब शाकाहारी बन जाएं. लेकिन हम भगवान राम को अपना आदर्श मानते हैं. हम मटन खाते हैं और यह राम का आदर्श है. जितेन्द्र ने कहा कि 14 वर्ष तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी भोजन की खोज में कहां जाएगा? बताइए ये सही या गलत? मैं तो हमेशा सही ही कहता हूं.
वहीं, एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड के बयान पर बीजेपी ने कड़ा विरोध जताया है. भाजपा विधायक राम कदम ने कहा है कि जितेंद्र आव्हाड का यह बयान बहुत बेहूदा है, क्या वो ये देखने गए थे कि भगवान राम जंगल में क्या खाते थे? इन लोगों के पेट में इस वक्त दर्द हो रहा है कि कैसे 22 तारीख को भगवान राम के भव्य मंदिर का उद्घाटन हो रहा है. बीजेपी विधायक ने कहा कि एनसीपी नेता के इतने बड़े बयान के बाद राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे चुप क्यों हैं.
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