मुंबई: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में उलटफेर जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने समाजवादी विचारधारा वाले दलों से गठबंधन का ऐलान कर दिया है. उद्धव के इस फैसले पर सत्ताधारी गठबंधन में शामिल शिवसेना (शिंदे गुट) ने तंज कसा है. […]
मुंबई: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में उलटफेर जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने समाजवादी विचारधारा वाले दलों से गठबंधन का ऐलान कर दिया है. उद्धव के इस फैसले पर सत्ताधारी गठबंधन में शामिल शिवसेना (शिंदे गुट) ने तंज कसा है. सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उद्धव ठाकरे आगे चलकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) से भी गठबंधन कर सकते हैं.
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीते 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र के समाजवादी जनता परिवार के सभी दलों के साथ बैठक की थी. बांद्रा स्थित एमआईजी क्लप में हुई बैठक में डेढ़ सौ लोग शामिल हुए थे. बैठक में उद्धव ठाकरे ने समाजवादी जनता पार्टी-जदयू आदि दलों के नेताओं के साथ संवाद किया. बैठक से पहले जनता दल (यू) के महासचिव कपिल पाटिल ने कहा कि 24 अगस्त को पुणे में भी गठबंधन को लेकर बैठक हो चुकी है.
बता दें कि इससे पहले शिवसेना 22 बार समाजवादी दलों के साथ गठबंधन कर चुकी है. 19 जून 1966 में स्थापना के 2 साल बाद 1968 में शिवसेना ने बीएमसी का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने प्रजा समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था. इसके बाद साल 1973 में बाल ठाकरे ने रिपब्लिकन पार्टी (गवई गुट) के साथ गठबंधन किया. मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी की मदद से मुंबई में शिवसेना का पहला महापौर बना था. उस वक्त शिवसेना ने सुधीर जोशी को मेयर बनाने के लिए मुस्लिम लीग से भी समझौता कर लिया था.
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