मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत के लिए आज बड़ा दिन है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट के बाद आज दोनों अजित पवार गुट और शरद पवार गुट की अलग-अलग बैठक चल रही है. जहां एक तरफ वाईबी चव्हाण सेंटर पर शरद पवार खेमे के नेता और कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं. वहीं एमईटी बांद्रा में अजित पवार […]
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत के लिए आज बड़ा दिन है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट के बाद आज दोनों अजित पवार गुट और शरद पवार गुट की अलग-अलग बैठक चल रही है. जहां एक तरफ वाईबी चव्हाण सेंटर पर शरद पवार खेमे के नेता और कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं. वहीं एमईटी बांद्रा में अजित पवार गुट अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहा है. अजित गुट की बैठक में छगन भुजबल, प्रफुल्ल पटेल समेत कई बड़े एनसीपी नेता मौजूद हैं. इसके साथ ही बैठक स्थल के बाहर बड़ी संख्या में एनसीपी समर्थक भी इकट्ठा हुए हैं. बता दें कि अजित पवार गुट ने दावा किया है कि एनसीपी के 54 में से 42 विधायक उनके साथ हैं. साथ ही 3 विधान परिषद सदस्यों के भी समर्थन का दावा अजित खेमे ने किया है.
#WATCH | Maharashtra's Deputy CM Ajit Pawar and leaders of his faction display a show of strength as they gather at MET Bandra in Mumbai for a meeting of NCP. pic.twitter.com/AXwBouBqFv
— ANI (@ANI) July 5, 2023
महाराष्ट्र में जारी सियासी ड्रामे के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि इसी साल दिसंबर महीने में लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. रोहित ने कहा कि लोकसभा या विधानसभा चुनाव से 5-6 महीने पहले ईवीएम मशीनों की जांच होती है और 4 दिन पहले महाराष्ट्र के अधिकारियों को ईवीएम मशीनों की मरम्मत शुरू करने का निर्देश दिया गया है.
एनसीपी विधायक रोहित पवार ने कहा कि संकेत मिल रहा है कि दिसंबर 2023 में लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव हो सकता है. इसकी मुख्य वजह कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार है. बीजेपी को मध्य प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों में हार का डर है. पवार ने आगे कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने शिवसेना को तोड़ा है और फिर यही कोशिश राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ की है.
शरद पवार गुट के एनसीपी विधायक रोहित पवार ने अजित पवार की बगावत पर कहा कि इससे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी नाराज हैं क्योंकि वे जिससे अभी तक लड़ते आए थे आज उन्हें ही सत्ता को मजबूत करने के लिए अपनी पार्टी में शामिल कर लिया गया है. हमारी तरफ के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी आज भाजपा से नाराज हैं. हम भी लोग कार्यकर्ताओं को एकजुट करेंगे और आने वाले वक्त में जो लोग सत्ता में बैठे हैं, उन्हें हम जाते हुए देखेंगे.
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