मुंबईः एनसीपी प्रमुख शरद पवार के जुड़े जाति प्रमाण पत्र को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। इसी बीच शरद पवार की भतीजी और एनसीपी सांसद सुप्रीया सुले ने उनकी जाति को ओबीसी बताने वाले प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया है। बता दें कि शरद पवार से जुड़ा एक फर्जी ओबीसी जाति प्रमाण पत्र वायरल हो रहा है। मराठा आरक्षण के बाद यह दावा किया जा रहा था कि शरद पवार ओबीसी जाति से ताल्लुक रखते है। इस पर सुप्रीया सुले ने कहा कि आजकल इस तरह के कई फर्जी प्रमाण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुप्रीया सुले ने कहा कि आजकल इस तरह के फर्जी प्रमाण पत्र खूब वायरल हो रहे हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार से जुड़ा मामला पूरी तरह से फर्जी है। आगे सुले ने हा कि उन्हें संदेह है कि जब शरद पवार स्कूल में थे तब मार्कशीट और स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र अंग्रेजी में छापते थे की नहीं। बीते शनिवार को बारामती में एक कार्यक्रम में शरद पवार शारीरिक रुप से असहज दिखे। जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। सुले ने कहा कि मुझे लगता है कि लोगों की दुआओं और प्रेम के कारण उनके स्वास्थ्य में सुधार आने लगा है।
वहीं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पारिवारिक दिवाली समारोह का हिस्सा बनने पर सुप्रीया सुले ने कहा कि शरद पवार और अजीत गुट के बीच राजनीतिक मतभेद है, व्यक्ति गत नहीं। उन्होंने कहा, शरद पवार और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के बीच बहुत अच्छे रिश्ते हैं। हमारे बीच राजनीतिक दरार हैं। यह राजनीतिक विचारधारा की लड़ाई है। हमारे किसी भी परिवार के साथ निजी मतभेद नहीं हैं।