मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर नए मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाल लिया हैं। जिसके साथ ही भाजपा की सत्ता में वापसी भी हो गई हैं। बता दें कि आज का दिन महाराष्ट्र की सियासत में काफी अहम होने वाला है. क्योंकि राज्य में नवगठित शिंदे […]
मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर नए मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाल लिया हैं। जिसके साथ ही भाजपा की सत्ता में वापसी भी हो गई हैं। बता दें कि आज का दिन महाराष्ट्र की सियासत में काफी अहम होने वाला है. क्योंकि राज्य में नवगठित शिंदे सरकार आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट सामना करेगी. रविवार को स्पीकर का चुनाव आसानी से जीतकर शिंदे सरकार अपनी पहली परीक्षा पास कर चुकी है. इसी बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दावा किया है कि, शिंदे सरकार 5-6 महीने ही चल पाएगी. उन्होंने अपने विधायकों को गाइड करते हुए कहा कि, ‘ये सरकार पांच से छह महीने चलेगी इसलिए मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहें.
दरअसल, पूर्व सीएम शरद पवार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की पूरी संभावना है. उन्होंने दावा किया कि एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार पांच से छह में गिर सकती है. बताया जा रहा है शरद पवार ने एनसीपी विधायकों और पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए ये सब कहा हैं.
शरद पवार के संबोधन में शामिल हुए एक नेता ने बताया कि, महाराष्ट्र में नवगठित सरकार अगले पांच से छह महीने में गिर सकती है. जिसके लिए हम सभी विधायकों और नेताओं को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
बता दें कि, संबोधन में शामिल नेता ने आगे बताया कि, पवार ने ये भी बोला कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा समय की स्थिति से खुश नहीं है. विभागों का बंटवारा होने के बाद इन सभी का असंतोष सामने देखने को मिलेगा जिसका नतीजा सरकार गिरना साबित होगा. पवार ने आगे संबोधन में कहा कि, ये पूरी संभावना है कि इस सब के बाद कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में वापस आ जाए. उन्होंने कहा कि, पार्टी अध्यक्ष ने विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा समय देने के लिए कहा है.
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