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महाराष्ट्र: शरद पवार बोले- उपमुख्यमंत्री पद से खुश नहीं देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने…

महाराष्ट्र: मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार को समर्थन देने वाले 50 विधायकों के बागी बनने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बुधवार देर रात इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कल सबको चौंकाते हुए शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। उनके साथ बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने […]

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महाराष्ट्र: शरद पवार बोले- उपमुख्यमंत्री पद से खुश नहीं देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने…
  • July 1, 2022 9:41 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

महाराष्ट्र:

मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार को समर्थन देने वाले 50 विधायकों के बागी बनने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बुधवार देर रात इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कल सबको चौंकाते हुए शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। उनके साथ बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण ली। ऐसे में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को दावा किया कि एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकारते हुए देवेंद्र फडणवीस खुश नहीं दिख रहे थे।

फडणवीस डिप्टी सीएम पद से खुश नहीं

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने गुरूवार को पुणे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि देवेंद्र फडणवीस नंबर दो का स्थान स्वीकार करके खुश नहीं है। शपथ ग्रहण के दौरान उनके चेहरे के भाव ने सब कुछ बयां कर दिया। वो नागपुर से हैं और उन्होंने एक स्वयंसेवक के रूप में काम किया है। वहां जब कोई आदेश आता है, तो उसका पालन करना ही पड़ता है। पवार ने कहा कि फडणवीस ने इसी संस्कार के कारण एक कनिष्ठ पद स्वीकार किया है।

शिंदे गुट को भी उम्मीद नहीं थी

शरद पवार ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें 2004, 2009 और 2014 में अपने चुनावी हलफनामों के संबंध में आयकर विभाग से नोटिस प्राप्त हुए थे। पवार ने ये भी कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ बगावत करने के बाद गुवाहाटी में डेरा डाले हुए एकनाथ शिंदे गुट को भी उम्मीद नहीं थी कि उनके नेता उपमुख्यमंत्री से ज्यादा कुछ बनेंगे।

केंद्रीय नेतृत्व ने बनाया दबाव

एनसीपी प्रमुख ने आगे कहा कि बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से आदेश दिए जाने के बाद शिंदे को मुख्यमंत्री का पद दिया गया है। किसी को इसके बारे में पहले कोई जानकारी नहीं थी। मुझे लगता है कि खुद शिंदे को भी इसकी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि फडणवीस ने पांच साल तक मुख्यमंत्री और फिर विपक्ष के नेता के रूप में काम किया है। उनको सिर्फ केंद्रीय नेतृत्व के दबाव में उपमुख्यमंत्री का पद लेना पड़ा।

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