Maharashtra President Rule Imminent: महाराष्ट्र विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 9 नवंबर यानी आज शनिवार को खत्म हो रहा है. ऐसे में अगर बीजेपी शिवसेना या शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो पाती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन का संकट गहरा जाएगा. किसी भी पार्टी द्वारा सरकार नहीं बना पाने की स्थिति में राष्ट्रपति शासन पर आखिरी फैसला महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी को लेना होगा. देवेंद्र फडणवीस बीती शाम को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं.
Maharashtra President Rule Imminent: महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी गतिरोध के चलते राज्य में राजनीतिक संकट गहरा गया है. महाराष्ट्र विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 9 नवंबर यानी आज शनिवार को खत्म हो रहा है. ऐसे में अगर बीजेपी शिवसेना या शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो पाती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन का संकट गहरा जाएगा. किसी भी पार्टी द्वारा सरकार नहीं बना पाने की स्थिति में राष्ट्रपति शासन पर आखिरी फैसला महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी को लेना होगा. अगर 9 नवंबर 2019 यानी आज शनिवार को राज्यपाल विधानसभा भंग होने का ऐलान करेंगे. देवेंद्र फडणवीस बीती शाम को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं. राज्यपाल ने उन्हें नई व्यवस्था नहीं होने तक केयरटेकर मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है.
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की कानूनी वैधता 9 नवंबर 2019 को समाप्त हो रही है. ऐसे में सभी पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए आज आखिरी दिन है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का नतीजे पर नजर डालें तो 288 विधानसभा सीटों में से 105 सीटें जीतकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. शिवसेना 56 सीटें जीतकर दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस ने 44 और और एनसीपी 54 सीटें जीती हैं. सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को 146 सीटों की आवश्यक्ता है.
मालूम हो कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन में मिलकर चुनाव लड़ा था. 24 अक्टूबर को आए चुनाव नतीजों में बीजेपी शिवसेना गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला था. दोनों पार्टियों के गठबंधन ने 161 सीटें जीतीं थी. वहीं कांग्रेस एनसीपी वाले गठबंधन ने 98 सीटें जीतें थी. वहीं 29 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती थीं.