मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे है. राज्यसभा चुनाव और फिर विधानपरिषद चुनाव में मिली शिकस्त के बाद ही शिवसेना नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं. सूचना के मुताबिक वह गुजरात स्थित सूरत के एक होटल में रुके हुए हैं. . शिवसेना […]
मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे है. राज्यसभा चुनाव और फिर विधानपरिषद चुनाव में मिली शिकस्त के बाद ही शिवसेना नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं. सूचना के मुताबिक वह गुजरात स्थित सूरत के एक होटल में रुके हुए हैं. . शिवसेना के लिए परेशानी की बात ये है कि उनके साथ में 25 और विधायक है. इस बीच सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एकाएक ऐसा क्या हुआ कि एकनाथ शिंदे, पार्टी और सरकार से नाराज हो गए हैं. आइए हम उन पांच कारणों को बताते हैं जिनकी वजह से शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं.
1- सरकार बनते समय ज्यादातर अहम मंत्रालय राष्ट्रवादी कांग्रस पार्टी के पास चले गए.
2- शिवसेना के नेताओं को विकास के लिए फंड नहीं मिल रहा था.
3- जो मंत्रालय एकनाथ शिंदे के पास है उसमे आदित्य ठाकरे का कथित तौर पर हस्तक्षेप बड़ने लगा था.
4- आदित्य का कद बढ़ाने के लिए शिंदे को दरकीनार किया जाने लगा था.
5- उनके विभाग सचिवों और आईएएस अधिकारियों ने सीएमओ कंसर्न के साथ किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करने को कहा था.
महाविकास अघाड़ी गठबंधन में हुई बगावत पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आने वाला है। उन्होंने कहा है कि शिवसेना के कुछ विधायक और एकनाथ शिंदे से फिलहाल संपर्क नहीं हो पा रहा है। महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है लेकिन BJP को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है।
संजय राउत ने आगे कहा कि मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात राज्य के सूरत में हैं और उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है लेकिन, वे निश्चित रूप से लौटेंगे क्योंकि ये सभी शिवसेना को समर्पित हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आएंगे और सब ठीक हो जाएगा।
एकनाथ शिंदे की नाराजगी से राज्य में पैदा हुए राजनीतिक संकट पर बीजेपी ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम पर हम बारीकी से ध्यान बनाए हुए हैं. इससे कुछ परिवर्तन होगा ये कहना थोड़ा असामयिक होगा.