महाराष्ट्र: मुंबई। महाराष्ट्र में इस वक्त शिवसेना के दोनों गुटों के बीच पार्टी सिंबल को लेकर घमासान जारी है। चुनाव आयोग ने शिवसेना के तीर-धनुष निशान के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इसी बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जब भी चुनाव आयोग शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर […]
मुंबई। महाराष्ट्र में इस वक्त शिवसेना के दोनों गुटों के बीच पार्टी सिंबल को लेकर घमासान जारी है। चुनाव आयोग ने शिवसेना के तीर-धनुष निशान के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इसी बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जब भी चुनाव आयोग शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर अंतिम फैसला सुनाएगा तो जीत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाले गुट की होगी।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा वह चुनाव आयोग के अंतरिम फैसले से हैरान नहीं हैं। चुनाव आयोग ने अपनी निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ये निर्णय लिया है। वरिष्ठ बीजेपी नेता ने आगे कहा कि जब भी चुनाव आयोग शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर अंतिम फैसला लेगा, तो जीत सीएम शिंदे की ही होगी।
शिवसेना के उद्धव गुट के लोकसभा सांसद अरविंद सावंत ने रविवार को कहा कि चुनाव आयोग ने हमारे चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया है। उन्होंने हमें तीन नाम और चुनाव चिन्ह चुनने को कहा था। इसीलिए हमने चुनाव आयोग को तीन निशान दिए हैं। जिसमें त्रिशूल, मशाल और उगता सूरज शामिल है। अब चुनाव आयोग तय करना है कि वो कौन सा चुनाव चिन्ह आवंटित करता है।
सांसद अरविंद सावंत ने आगे बताया कि उद्धव गुट ने पार्टी के नाम को लेकर जो तीन नाम दिए हैं, उनमें शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे), शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे) और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) शामिल हैं। सावंत ने कहा है कि चुनाव आयोग अगर शिवसेना से संबंधित कोई और भी नाम देता है, तो वह उनके गुट को स्वीकार्य होगा।
बता दें कि शिवसेना का शिंदे गुट तीर-कमान चुनाव निशान को लेकर अड़ गया है। शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा है कि शिवसेना पार्टी और चुनाव चिन्ह के असली हकदार हम हैं। हम चुनाव आयोग के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन हमें पूरी उम्मीद है कि आगे ये नाम और चुनाव चिह्न हमें ही मिलेगा। हमारे पास सांसद और विधायकों का बहुमत हैं।
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