Maharashtra: मुंबई। महाराष्ट्र की बीजेपी और शिंदे गुट की सरकार का 41 दिनों बाद मंगलवार को कैबिनेट विस्तार किया गया। लेकिन अभी तक दो दिन बीत जाने के बाद भी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि जनता से सीधे जुड़े रहने वाले सारे विभागों को भाजपा अपने […]
मुंबई। महाराष्ट्र की बीजेपी और शिंदे गुट की सरकार का 41 दिनों बाद मंगलवार को कैबिनेट विस्तार किया गया। लेकिन अभी तक दो दिन बीत जाने के बाद भी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि जनता से सीधे जुड़े रहने वाले सारे विभागों को भाजपा अपने पास रखना चाहती है। वहीं सीएम शिंदे स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग अपने खेमे में रखना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो शिंदे कैबिनेट में मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर मामला राजस्व विभाग को लेकर फंसा है। इस विभाग की वजह से विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा है।
बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृह मंत्रालय का प्रभार मिल सकता है। इससे पहले देवेंद्र 2014 से लेकर 2019 तक चली बीजेपी-शिवसेना सरकार में भी गृह मंत्रालय का प्रभार संभाला करते थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने पास कौन सा विभाग रखेंगे, ये अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि माना जा रहा है कि वो शहरी विकास विभाग और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम संभाल सकते हैं। इससे पहले महाविकास अघाड़ी की सरकार में शिंदे के पास लोक निर्माण विभाग, शहरी विकास और एमएसआरडीसी विभाग थे।
महाराष्ट्र बीजेपी नेताओं की माने तो प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल को शिंदे कैबिनेट में अहम विभाग मिल सकता है। पाटिल फडणवीस के मुख्यमंत्री रहने के दौरान राजस्व एवं सहकारिता मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे।
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