मुंबई: महाराष्ट्र के रायगढ़ से एक बड़ी दुर्घटना सामने आ रही है। रायगढ़ में हुए भूस्खलन में 25-30 से अधिक परिवारों के फंसे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि रायगढ़ की खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में यह दुर्घटना हुई, जिसमें 100 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं, जिनमें से 96 लोगों […]
मुंबई: महाराष्ट्र के रायगढ़ से एक बड़ी दुर्घटना सामने आ रही है। रायगढ़ में हुए भूस्खलन में 25-30 से अधिक परिवारों के फंसे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि रायगढ़ की खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में यह दुर्घटना हुई, जिसमें 100 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं, जिनमें से 96 लोगों को बचाया गया है। जिस जगह पर ये हादसा हुआ, वह मोरबी बांध से 6 किलोमीटर दूर है। इस घटना में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। अब तक 10 शव बरामद हो चुके हैं और कई लोग घायल हो चुके हैं। इस हादसे में घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं सीएम एकनाथ शिंदे भी घटनास्थल पहुंचे हैं।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार का कहना है कि मरने वालों के परिवार को महाराष्ट्र सरकार की ओर से 5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा इस हादसे में घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी।
#WATCH | Maharashtra: Visuals from Irshalwadi village of Khalapur tehsil of Raigad district where rescue operation is underway after a landslide occurred here.
According to the Raigad police, five people have died pic.twitter.com/2UjheTROsi
— ANI (@ANI) July 20, 2023
रायगढ़ के जिलाधिकारी योगेश महासे का कहना है कि घटना गुरुवार देर रात की है। घटनास्थल पर सब डिविजनल ऑफिसर और तहसीलदार की टीम शामिल होने पहुंच चुकी है। जिलाधिकारी ने कहा कि भूस्खलन जिस जगह हुआ, वहां पहुंचने के लिए 2 घंटे की चढ़ाई करनी पड़ती है, जिस कारण राहत और बचाव कार्य काफी चुनौतीपूर्ण है। इसके आलावा सीएम एकनाथ शिंदे ने भी अधिकारियों को फोन करके घटना की जानकारी ली है। वहीं नवी मुंबई और पनवेल के सभी अस्पतालों को सूचित कर दिया गया है और उन्हें प्रभावितों को सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के आदेश दिए गए हैं।
वहीं मौसम विभाग ने आज गुरुवार (20 जुलाई) को रायगढ़ में भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं इस हादसे के बाद जिला प्रशासन ने एनजीओ से अपील की है कि वह एनडीआरएफ की सहायता के लिए आगे आएं ताकि जल्द से जल्द बचाव कार्य को पूरा किया जा सके। एनडीआरएफ की 12 टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां आदिवासी लोग रहते हैं। हादसे में घटनास्थल पर 5-6 मकान और एक स्कूल सुरक्षित बच गए। भारी बरसात के चलते 10-12 लोग स्कूल में रुके हुए थे, जिस कारण उनकी जान बच गई।