Maharashtra Migrant Labour Assemble: जब दो वक्त की रोटी भी गरीब मजदूरों को मुनासिब नहीं होगी तब वे अपने गृह राज्य यूपी और बिहार जाने के लिए उत्सुक होंगे ही. क्योंकि जब लॉक डाउन में प्रवासी मजदूर भूखे परेशान चेहरे पर बेचारगी लिए अपने घरों को चले तो मुंबई पुलिस ने न दर्द समझा और न दुआ दी बल्कि उन सभी पर लाठीचार्ज कर दिया. वहीं गाजियाबाद में ना सिर्फ मजदूरों को बसों में बिठाकर उनके गांव पहुंचाया गया बल्कि उनके खाने पीने की भी व्यवस्था की गई.
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