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महाराष्ट्र: क्या धर्म परिवर्तन को लेकर लाया जा रहा है बिल?

मुंबई। श्रद्धा वालकर हत्याकांड के बाद देश भर की राजनीति लव जिहाद पर जाकर टिक गई है और धर्म परिवर्तन एवं अंतरधार्मिक विवाह को लेकर कानून बनाने की मांग पर लगातार सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा ज़ोर दिया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी लव जिहाद पर […]

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महाराष्ट्र: क्या धर्म परिवर्तन को लेकर लाया जा रहा है बिल?
  • December 18, 2022 2:33 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई। श्रद्धा वालकर हत्याकांड के बाद देश भर की राजनीति लव जिहाद पर जाकर टिक गई है और धर्म परिवर्तन एवं अंतरधार्मिक विवाह को लेकर कानून बनाने की मांग पर लगातार सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा ज़ोर दिया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी लव जिहाद पर कानून को लेकर अपनी बात कही है। वहीं भाजपा नेता नीतेश राणे न राज्य में धर्म परिवर्तन एवं लव जिहाद के खिलाफ एक सख्त कानून लाने की आवश्यकता ज़ाहिर की है।

क्या कहा देवेंद्र फडणवीस ने?

श्रद्धा वालकर हत्याकांड को लेकर देश भर में इस अपराध को लव जिहाद का नाम दिया जा रहा है इन्ही मुद्दों को लेकर अलग-अलग राज्यों से धर्म परिवर्तन और लव जिहाद को लेकर सख्त कानून बनाए जाने की मांग भी उठ रही है। हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवंद्र फडणवीस ने कहा था कि, धर्म परिवर्तन एवं लव जिहाद को लेकर सरकार अभी किसी भी प्रकार का बिल लाने का फैसला नहीं कर रही है। इसके आंकलन के बाद ही किसी भी प्रकार का फैसला लिया जा सकता है।
इससे पहले भाजपा के कद्दावर नेता नीतेश राणे ने महाराष्ट्र में धर्म परिवर्तन एवं लव जिहाद को लेकर सख्त कानून बनाए जाने की मांग की है। उन्होने कहा है कि, हर कोने में हिंदू लड़की को निशाना बनाया जा रहा है। कुछ विशेष समुदाय के लोग इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं मैं खुश हूं कि सरकार इसके खिलाफ कानून बनाने पर विचार कर रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने उठाए सवाल

कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत का कहना है कि, सरकार ने इसके खिलाफ किसी भी प्रकार का आंकड़ा जारी नहीं किया है। उन्होने कहा कि, सरकार को बताना होगा कि, महाराष्ट्र में कितने अंतरधार्मिक विवाह हुए हैं, कितनी लड़कियां तकलीफ में हैं इसको लेकर कितनी शिकायते सामने आईं हैं। ऐसा कोई भी आंकड़ा सरकार के पास नहीं है। श्रद्धा के मामले में विशेष धर्म के लड़के का होना ही राजनीतिक मुद्दा बन गया है, लेकिन कोई भी लिवइन रिलेशनशिप के बारे बात नहीं कर रहा है।

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