हनुमान चालीसा विवाद: मुंबई। अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा के मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा है कि वो राज्य सरकार की छवि खराब करना चाहती है.हनुमान चालिसा का पाठ घर पर भी किया जा सकता है। माहौल खराब […]
मुंबई। अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा के मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा है कि वो राज्य सरकार की छवि खराब करना चाहती है.हनुमान चालिसा का पाठ घर पर भी किया जा सकता है।
गृह मंत्री पाटिल ने कहा कि सांसद नवनीत राणा महाराष्ट्र सरकार की छवि और राज्य का माहौल खराब करना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वो किसी के इशारे पर ये काम कर रही है।
दिलीप वलसे पाटिल ने आगे कहा कि नवनीत राणा अगर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहती है तो वो अपने घर पर भी कर सकती है, उनको मातोश्री में हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोई जरूरत नहीं है।
बता दें कि अमरवती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने ऐलान किया था कि वो शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी. नवनीत के इस ऐलान के बाद महाराष्ट्र की सियासत में अजान और हनुमान चालीसा विवाद भी फिर से चर्चा में आ गया. सांसद राणा ने हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए सुबह 9 बजें का समय बताया था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की राजनीति में हनुमान चालीसा को लेकर विवाद की शुरूआत मनसे प्रमुख राज ठाकरे के उस भाषण के बाद हुई थी. जिसमें राज ने कहा था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर को नहीं हटाया गया तो उनके पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. मनसे प्रमुख ने इसे लेकर राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार को 3 मई तक का अल्टीमेटम भी दिया था।