Maharashtra Haryana Assembly Elections Result Date, Harayana Aur Maharashtra ke vidhansabha Chunav Natizon ki Taarikh: हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव नतीजे पिछली बार की तरह इस बार भी दीवाली से पहले घोषित किए जाएंगे. सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में मतदान और मतगणना की पूरी प्रक्रिया दीपावली के उत्सव से पहले पूरी हो सकती है. चुनाव आयोग गुरुवार को महाराष्ट्र और हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एक बैठक करेगा. मुलाकात के दौरान चुनाव आयोग की टीमों द्वारा दोनों संबंधित राज्यों को भेजी गई रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी.
चंडीगढ़/मुंबई. हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव के नतीजे पिछली बार की तरह दीवाली के पहले आ जायेंगे. इस बारे में जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. सूत्रों के मुताबिक अक्टूबर के दूसरे या तीसरे हफ्ते में हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डालें जायेगें. महाराष्ट्र में संभवतः दो से तीन चरणों में मतदान आयोजित होगा. जबकि हरियाणा में मतदान एक चरण में होगा. सुरक्षा कारणों से झारखंड में चुनाव पिछली बार की तरह दिसंबर में हो सकते हैं. दोनों ही राज्यों में मतों की गिनती एक ही दिन होगी. दोनों राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर आज निर्वाचन आयोग की अहम बैठक है. दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर अंतिम रूपरेखा तैयार की जाएगी.
तीन राज्य महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड की विधानसभाओं के लिए चुनाव साल के अंत से पहले होने वाले हैं. हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों की अधिसूचना पहले आ जाएगी. झारखंड विधानसभा के चुनाव बाद में आयोजित किए जाएंगे और वामपंथी उग्रवाद के खतरे और बलों की तैनाती के कारण ये कई चरणों में हो सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में मतदान और मतगणना की पूरी प्रक्रिया दीपावली के उत्सव से पहले पूरी हो सकती है. 2014 में, महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभाओं के चुनाव का कार्यक्रम 20 सितंबर को घोषित किया गया था और मतदान 15 अक्टूबर को हुआ था, जबकि मतगणना 19 अक्टूबर को हुई थी. 23 अक्टूबर को दीवाली मनाई गई थी. 2014 में, झारखंड में पांच चरणों में 25 नवंबर और 23 दिसंबर तक मतदान हुआ था.
भाजपा शासित दो राज्यों महाराष्ट्र और हरियाणा की विधानसभाओं के चुनाव के लिए समीक्षा का अंतिम दौर जारी है. उप चुनाव आयुक्त के नेतृत्व वाली एक टीम राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के साथ बैठक कर चुकी है. चुनाव आयोग ने चुनावों के दौरान अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा मूल्यांकन और तैनाती पर राज्य संस्थाओं और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें की हैं.