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महाराष्ट्र: राजनीतिक संकट के बीच कोरोना संक्रमित हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, अस्पताल में भर्ती

मुंबई। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तबीयत बिगड़ गई है। तबीयत बिगड़ के बाद उन्हें मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। बता दें कि भगत सिंह कोश्यारी कोरोना संक्रमित हैं, तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां […]

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महाराष्ट्र: राजनीतिक संकट के बीच कोरोना संक्रमित हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, अस्पताल में भर्ती
  • June 22, 2022 10:22 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तबीयत बिगड़ गई है। तबीयत बिगड़ के बाद उन्हें मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। बता दें कि भगत सिंह कोश्यारी कोरोना संक्रमित हैं, तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक राज्यपाल की तबीयत देर रात बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। भगत सिंह कोश्यारी की तबीयत ऐसे समय में बिगड़ी है जब प्रदेश में सियासी संकट चल रहा है।

महाराष्ट्र में संकट

बता दें कि राज्य में महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार राजनीतिक संकट से गुजर रही है. महाविकास अघाड़ी के तीन दलों की गठबंधन वाली सरकार में शिवसेना के 35 विधायक बागी बने हुए हैं. इन बागी विधायकों का नेतृत्व एकनाथ शिंदे कर रहे हैं. शिंदे का दावा है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. एकनाथ शिंदे समेत सभी बागी विधायकों की मांग है कि शिवसेना, बीजेपी के साथ मिल कर सरकार बनाए।

गुवाहाटी पहुंचने पर क्या कहा एकनाथ शिंदे

सूरत से गुवाहाटी पहुंचने पर एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने शिवसेना नहीं छोड़ी है बल्कि वह बाला साहेब ठाकरे के बताए गए हिन्दुत्व के रास्ते पर चल रहे हैं. दूसरी ओर शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने दावा किया कि विधायक नितिन देशमुख को बीजेपी ने अपहृत कर लिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जब उन्होंने खुद को छुड़ाने की कोशिश की तो उन्हें गुंडों और गुजरात पुलिस ने मारा।

शिवसेना के बड़े नेता है एकनाथ शिंदे

बता दें कि महाविकास अघाड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना के बड़े नेता हैं। उन्हें पार्टी के बाहुबली नेताओं में शुमार किया जाता है। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जब शिवसेना ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था तब शिवसेना और एनसीपीप विधायकों को एकजुट करने का काम एकनाथ शिंदे ने ही किया था।

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