नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की सियासत में काफी उठा-पटक देखने को मिल रही है। शरद पवार के गुट वाली एनसीपी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि शरद पवार के गुट वाली एनसीपी का कांग्रेस में विलय संभव है। वहीं राज्य के पूर्व गृह […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की सियासत में काफी उठा-पटक देखने को मिल रही है। शरद पवार के गुट वाली एनसीपी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि शरद पवार के गुट वाली एनसीपी का कांग्रेस में विलय संभव है। वहीं राज्य के पूर्व गृह मंत्री और शरद गुट के नेता अनिल देशमुख ने इस पर सफाई पेश की है।
अनिल देशमुख ने इस तरह की अटकलों को गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि ना तो ऐसी कोई संभावना है और ना ही इस तरह की कोई बातचीत हुई है। देशमुख ने आगे कहा कि हमने केवल इस बात पर चर्चा की कि हमें जल्द ही अपनी पार्टी के लिए एक चुनाव चिह्न जारी होना चाहिए।
बता दें कि शरद पवार से पार्टी का चुनाव चिह्न छिन जाने के बाद कांग्रेस के साथ विलय की अटकलें लगाई जा रही थी। इससे पहले, शरद पवार ने चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटया है। बता दें कि चुनाव आयोग ने अजीत पवार के गुट को आधिकारिक तौर पर असली एनसीपी के रूप में मान्यता दी है।
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