मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अनिल देशमुख ने रविवार को बड़ा खुलासा किया। एनसीपी नेता ने कहा कि उन्हें जेल में एक ऐसा ऑफर मिला था जिसे मान लेते तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार काफी पहले गिर गई होती। बता दें कि अनिल […]
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अनिल देशमुख ने रविवार को बड़ा खुलासा किया। एनसीपी नेता ने कहा कि उन्हें जेल में एक ऐसा ऑफर मिला था जिसे मान लेते तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार काफी पहले गिर गई होती। बता दें कि अनिल देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के मामले में 13 महीने जेल में गुजारने के बाद फिलहाल बाहर हैं। उन्हें नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पिछले साल 28 दिसंबर को जमानत पर रिहा किया गया।
अनिल देशमुख ने वर्धा के सेवाग्राम में गैर सरकारी संगठनों द्वारा आयोजित सामूहिक वन अधिकारों के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें जेल में एक प्रस्ताव मिला था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। अगर वो समझौता कर लेते तो महाविकास आघाड़ी सरकार बहुत पहले ही गिर जाती।
बता दें कि पिछले साल जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद गिर गई थी। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 से अधिक विधायकों ने ठाकरे सरकार से बगावत कर दी थी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से राज्य में नई सरकार बनी थी।
गौरतलब है कि जेल से रिहा होने के बाद 15 महीनों में पहली बार शनिवार को अनिल देशमुख ने नागपुर को दौरा किया। अपने गृह नगर पहुंचने पर देशमुख का पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए देशमुख ने कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है। एनसीपी नेता ने कहा कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने पाया है कि सीबीआई और ईडी की ओर से उनके खिलाफ दर्ज केस में कोई दम नहीं है।
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