नई दिल्लीः महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने रविवार को ठाणे जिले में अपनी पार्टी की शाखा को तोड़े जाने पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की नाराजगी को खारिज किया और इसे खोखली धमकी बताया। मुख्यमंत्री शिंदे यहां दिवाली कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने […]
नई दिल्लीः महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने रविवार को ठाणे जिले में अपनी पार्टी की शाखा को तोड़े जाने पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की नाराजगी को खारिज किया और इसे खोखली धमकी बताया। मुख्यमंत्री शिंदे यहां दिवाली कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने जब शनिवार को मुंब्रा में जाने का प्रयास किया तो उन्हें वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा कि शिवसेना यूबीटी के कई वरिष्ठ नेता उद्धव ठाकरे के साथ थे, लेकिन शिवसेना नेता नरेश म्हस्के उनसे मुकाबला करने में काफी थे। मुंब्रा में शिवसैनिकों के पटाखे फोड़ने से वे वहां से चले गए।
उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ गिराए गए शाखा कार्यालय का दौरा करने मुंब्रा गए थे, लेकिन उन्हें एकनाथ शिंदे की शिवसेना के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। शिंदे गुट की शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और उन्हें काले झंडे लहराए। स्थिति बिगड़ता देख ठाकरे और उनकी पार्टी के सहयोगी ध्वस्त शाखा से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित स्थल से चले गए। सीएम ने कहा कि ठाकरे की यात्रा कुछ और नहीं बल्कि दिवाली उत्सव के दौरान बाधा पैदा करने का प्रयास था। उन्होंने कहा उद्धव ठाकरे की यात्रा के दौरान मुंब्रा के लोगों ने अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने कहा कि लोगों की ताकत के सामने कुछ भी काम नहीं करता है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना यूबीटी के कई वरिष्ठ नेता उद्धव ठाकरे के साथ थे, लेकिन शिवसेना नेता नरेश म्हस्के उनसे मुकाबला करने के लिए काफी थे। उन्होंने कहा कहा कि मुंब्रा में शिवसैनिकों के पटाखे फोड़ने से वे वहां से चले गए। शक्ति प्रदर्शन इतना शक्तिशाली था कि उन्हें (शिवसेना यूबीटी नेताओं को) कदम पीछे खिचना पड़ा। उन्होंने कहा कि हाल के ग्राम पंचायत चुनावों में शिवसेना यूबीटी को सातवें स्थान पर फेंक दिया गया था और अगले चुनावों में वे 10 वें स्थान पर फिसल जाएंगे, और लोग उन्हें करारा जवाब देंगे। सीएम ने शाखा की जमीन के अतिक्रमण के बारे में उद्धव ठाकरे के आरोपों का जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि वह पर्व के माहौल को खराब नहीं करेंगे और अपने काम के जरिए आरोपों का जवाब देंगे।