महाराष्ट्र: मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत के घर पर आज सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय छापेमारी कर रहा है। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहें है। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर संजय राउत ने कोई […]
मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत के घर पर आज सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय छापेमारी कर रहा है। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहें है। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर संजय राउत ने कोई घोटाला नहीं किया है तो वो ईडी की जांच से डर क्यो रहे है। सीएम शिंदे ने कहा कि ईडी से डरने वालों के लिए शिवसेना में कोई जगह नहीं है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। अगर उन्होंने (राउत) कुछ गलत नहीं किया है तो वे डर क्यों रहे हैं? वह एक बड़े MVA नेता थे। किसी को हमारी पार्टी में इसलिए नहीं आना चाहिए क्योंकि उनको ईडी से डर लगता है।
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने पहले भी इस पूरे घोटाले की जांच की थी। अगर ईडी केंद्र सरकार के डर से काम करता है तो सुप्रीम कोर्ट को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ईडी बस अपना काम कर रही है।
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मंत्रिमंडल के गठन के लिए मंत्रालयों का आंवटन जल्द तय किया जाएगा। हम उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणीवस के साथ मिलकर राज्य के विकास पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद पर पात्रा चॉल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा बढ़ाता जा रहा है। आज सुबह ईडी के अधिकारी संजय राउत के घर पहुंचे हैं और छापेमारी कर रहे है। संभावना जताई जा रही है कि संजय राउत को ईडी की टीम हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर सकती है। शिवसेना नेता पर जांच में सहयोग न करने का भी आरोप लगा है।
सांसद संजय राउत ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि, मेरा किसी भी घोटाले से कुछ लेना-देना नहीं है। यह मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर बोल रहा हूं। आगे उन्होने लिखा कि बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है। मैं शिवसेना के लिए लड़ाई जारी रखूंगा। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने ईडी की कार्रवाई को झूठी कार्रवाई बताया। कहा कि सब के सब झूठे सबूत हैं। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा, मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा।