महाराष्ट्र राजनीतिक संकट: मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। असम के गुवाहाटी में बैठे बागी विधायकों और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। 40 से अधिक विधायकों के बागी होने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव वाली शिवसेना पूरी तरह […]
मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। असम के गुवाहाटी में बैठे बागी विधायकों और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। 40 से अधिक विधायकों के बागी होने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव वाली शिवसेना पूरी तरह बौखला गई है। मुंबई से शिवसेना नेता लगातार बागियों पर निशाना साध रहे है। इसी बीच शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एक बार फिर से बागी विधायकों पर हमला बोला है और उनको रुपयों में बिकने वाले बैल (Bull) तक कह दिया है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि गुजरात के वड़ोदरा में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और बागी नेता एकनाथ शिंदे की एक गुप्त बैठक हुई। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल थे। बैठक के तुरंत बाद ही बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी। केंद्र सरकार को लगता है कि ये विधायक लोकतंत्र और आजादी के रखवाले हैं। इसलिए वो (बीजेपी) उनके बालों को भी नुकसान नहीं पहुंचने देंगे। सामना में आगे लिखा है कि असल में बागी विधायक 50-50 करोड़ रुपयों में बेचे गए बैल अथवा ‘बिग बुल’ हैं।
सामना में लिखा गया है कि महाराष्ट्र के सियासी लोकनाट्य में केंद्र सरकार की डफली, तंबूरे वाले कूद पड़े हैं और राज्य के ‘नचनिये’ विधायक उनकी डफली पर नाच रहे हैं। ये सभी ‘नचनिये’ गुवाहाटी के एक पांच सितारा होटल में अपने राज्य द्रोह का प्रदर्शन पूरी दुनिया में कर रहे हैं। मुखपत्र में लिखा गया है कि केंद्र और महाराष्ट्र की बीजेपी ने ही इन नचनियों (बागी विधायकों) को उकसाया है। उनकी नौटंकी का मंच बीजेपी ने ही बनाया और सजाया है। ये अब किसी से भी छिपा नहीं रह गया है।
India Presidential Election: जानिए राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी ये 5 जरुरी बातें