मुंबई। महाराष्ट्र की सत्ता में शिंदे गुट और बीजेपी के स्थापित होने के बाद आज इस गठबंधन ने एक और परीक्षा पास कर ली। विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन आज स्पीकर का चुनाव हुआ। जिसमें बीजेपी और शिंदे गुट के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर ने आसान जीत दर्ज की। इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सदन के पटल पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बाला साहेब का वर्षो पुराना सपना पूरा हो गया है। आज महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी की सरकार है और एक शिवसैनिक राज्य का मुख्यमंत्री है।
महाराष्ट्र विधानसभा में अपनी बात रखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे की मान्यताओं के आधार पर भाजपा-शिवसेना सरकार ने कार्यभार संभाला है। उन्होंने आगे कहा कि मैं खुद मंत्री था, कई अन्य मंत्रियों ने भी सरकार छोड़ी। बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की विचारधारा के प्रति समर्पित मेरे जैसे आम कार्यकर्ता के लिए यह बहुत बड़ी बात थी।
महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन आज विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ। जिसमें शिंदे गुट और बीजेपी के तरफ से राहुल नार्वेकर उम्मीदवार थे और महाविकास अघाड़ी की ओर से राजन साल्वी प्रत्याशी थे। चुनाव में राहुल नार्वेकर ने आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। राहुल को 164 वोट मिले। वहीं दूसरी तरफ अघाड़ी उम्मीदवार राजन साल्वी को 107 वोट मिले।
बता दें कि महाराष्ट्र की सत्ता में शिंदे गुट और बीजेपी के स्थापित होने के बाद आखिरकार शिवसेना के बागी विधायकों की घर वापसी हो गई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद बागियों को लेने गोवा गए हुए थे। सीएम अपने 50 समर्थक विधायकों के साथ मुंबई आ गए हैं। इनमें से 39 विधायक शिवसेना के हैं। मुंबई आने के बाद एकनाथ शिंदे विधायकों के साथ ताज प्रेसिडेंट होटल पहुंचे। उनके साथ उनके बेटे और शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे भी मौजूद थे। इसी बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बागी विधायकों से मिलने होटल पहुंचे।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बगावत करने के बाद बागी विधायकों की आखिरकार 12 दिनों के बाद घर वापसी हुई है। अब सभी विधायक अपने-अपने घर जा पाएंगे। गौरतलब है कि बीते 21 जून को शिंदे बगावत करके 25 से अधिक विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में चले गए थे। इस खबर ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल पैदा कर दी थी। इसके बाद सभी विधायक असम की राजधानी गुवाहाटी चले गए। धीरे-धीरे विधायकों की संख्या बढ़ती गई और महाविकास अघाड़ी सरकार को समर्थन देने वाले 50 से अधिक विधायक बागी हो गए और आखिरकार उद्धव सरकार गिर गई।
महाराष्ट्र: पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचे संजय राउत, कहा- जिंदगी में कभी गलत काम नहीं किया
बेकाबू भीड़ के कारण आयोजकों को मजबूर उठाना पड़ सख्त कदम....
आज 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल का एलान होगा. यह पहले ही साफ हो चुका…
बेंगलुरू पुलिस ने इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और सास…
1971 के मुक्ति संग्राम का हिस्सा रहे आठ भारतीय सैनिक भारत और बांग्लादेश में विजय…
दोनों विदेशी कोच जो साल 2024 में नियुक्त किए गए थे, उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम…
सीएम योगी ने कहा कि संभल में साल 1947 से लेकर अब तक हुए दंगों…