नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना(उद्धव ठाकरे) के नेता संजय राउत और अंबादास दानवे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दोनों नेताओ पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को लेकर दिए गए बयान पर विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने की मांग की गई है. नितेश राणे ने लिखी चिट्ठी भाजपा विधायक नितेश राणे ने विधानसभा सेक्रेटरी को एक […]
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना(उद्धव ठाकरे) के नेता संजय राउत और अंबादास दानवे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दोनों नेताओ पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को लेकर दिए गए बयान पर विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने की मांग की गई है.
भाजपा विधायक नितेश राणे ने विधानसभा सेक्रेटरी को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि संजय राउत और अंबादास दानवे विधानसभा अध्यक्ष पर दबाव बनाने के लिए लगातार बयान दे रहे हैं। दोनों लोगों के बयान राजनीति से प्रेरित हैं। ऐसे वक्त में जब राज्य में विधायकों की अयोग्यता पर चल रही सुनवाई लंबित है, तब उनके ऐसे बयान कार्रवाई को प्रभावित करने की कोशिश है।
महाराष्ट्र में भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चल रही सरकार को लेकर संजय राउत ने कहा कि संविधान, कानून और विधायिका को बेईमानी से विलंबित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठकर गैर कानूनी तरीके से बनी सरकार को चला रहे हैं। संजय राउत ने आगे कहा कि विधानसभा अध्यक्ष तानाशाही कर रहे हैं और यह तानाशाही नहीं चलेगी। हमने जो किया वो सही है। संजय राउत ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष एकतरफा कार्रवाई कर रहे हैं।
बता दें कि अंबादास दानवे विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्होंने भी संजय राउत की तरह ही बयान दिया है। दानवे ने कहा कि विलंबित न्याय भी अन्याय है। उन्होंने कहा कि यह अन्याय विधानसभा अध्यक्ष द्वारा किया जा रहा है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन से सरकार बनने के बाद उद्धव गुट के विधायकों ने सरकार में शामिल होने वाले विधायकों के खिलाफ दल बदल के आरोप लगाए थे। इसके बाद एकनाथ शिंदे गुट के तरफ से भी उद्धव गुट के विधायकों पर इसी तरह के आरोप लगाए गए। फिलहाल ये मामला विधानसभा अध्यक्ष के पास लंबित है।