नई दिल्ली : पिछले एक महीने से पहलवान बीजेपी के सांसद और कश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. 28 मई के दिन पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महा पंचायत करने का ऐलान किया उनका साथ देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैट पहुंचे थे लेकिन पुलिस […]
नई दिल्ली : पिछले एक महीने से पहलवान बीजेपी के सांसद और कश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. 28 मई के दिन पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महा पंचायत करने का ऐलान किया उनका साथ देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैट पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उनको वहां जाने से रोक दिया. जिसके बाद पुलिस और पहलवानों के बीच हाथापाई हुई उसके बाद पुलिस ने कई पहलवानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी. इसी बीच पुलिस ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहे आंदोलन को समाप्त कर दिया और वहां पर धारा 144 लागू कर दी. इसके बाद पहलवानों निर्णय लिया था कि देश के लिए जीते गए मेडल को वहीं गंगा नदी में प्रवाहित करेंगे तभी किसान नेता नरेश टिकैट ने वहां पहुंचकर पहलवानों को समझाया और 5 दिन का समय मांगा.
पहलवानों के समर्थन में आज यानी 1 जून को मुजफ्फरनगर में महा पंचायत हुई. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैट ने सरकार को पहले ही दिया हुआ है उन्होंने कहा है कि अगले 5 दिनों में कुछ बड़ा हो सकता है. इस महा पंचायत में हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के खाप नेता शामिल हुए हे. मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत में फैसला हुआ कि एक और महापंचायत करेंगे. अगली बार महा पंचायत कुरुक्षेत्र में होगी.
किसान नेताओं ने कहा कि अगर सरकार पहलवानों की बात नहीं मानेगी तो एक बार फिर दिल्ली-बॉर्डर को जाम किया जाएगा. राकेश टिकैट ने कहा कि आज जो महा पंचायत में फैसला लिया गया है उसको सुरक्षित रखा गया है. उन्होंने कहा कि आज की महा पंचायत में जो फैसला लिया गया है उसके कुरूक्षेत्र की महा पंचायत में बताया जाएगा.
1. पूरे देश में आंदोलन खड़ा करेंगे
2. पहलवान गंदा नदी में मेडल प्रवाहित करने के बजाए अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के माध्यम से नीलाम करें.
3. दिल्ली की सीमाओं को सील किया जाएगा.
4. किसानों का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा.
5. अगली महापंचायत कुरूक्षेत्र में होगी जहां अंतिम फैसला सुनाया जाएगा.