भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जहाँ एक ओर पठान फिल्म के गाने बेशर्म रंग को लेकर लगातार हमलावर हो रहे थे, वहीं दूसरी ओर उन्होने मध्य प्रदेश के कुछ मदरसों को चिन्हित किया है। उन्होने कहा है कि, मदरसों में आपत्तिजनक सामग्री की जांच की जाएगी। साथ ही एक मंत्री द्वारा मदरसों […]
भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जहाँ एक ओर पठान फिल्म के गाने बेशर्म रंग को लेकर लगातार हमलावर हो रहे थे, वहीं दूसरी ओर उन्होने मध्य प्रदेश के कुछ मदरसों को चिन्हित किया है। उन्होने कहा है कि, मदरसों में आपत्तिजनक सामग्री की जांच की जाएगी। साथ ही एक मंत्री द्वारा मदरसों पर मानव तस्करी का संदेह जताने का भी मामला सामने आया है।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश में आपत्तिजनक सामग्री का हवाला देते हुए मदरसों की जांच के आदेश दिए हैं, उन्होने इस संबंध में ट्वीट भी किया और कहा है कि, अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मदरसों के पाट्यक्रम सामग्री की स्क्रूटनी करवाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होने कहा है कि, कुछ मदरसों मे बच्चों को आपत्तिजनक कंटेट पढ़ाने का मामला संज्ञान में आया है। जिलाधिकारियों के माध्यम से संबंधित शिक्षा विभाग इसकी जांच करेगा।
इसी वर्ष अगस्त में राज्य की संस्कृति मंत्री ने उषा ठाकुर ने आरोप लगाया था कि, अवैध रूप से संचालित मदरसों को मानव तस्करी के लिए भी प्रयोग में लाया जा सकता है। इस तरह के स्थानों की जांच होनी चाहिए। उन्होने कहा है कि, बाल आयोग के पदाधिकारियों ने हाल मे ही कुछ मदरसों का निरीक्षण किया और पाया कि, 30-40 बच्चों को स्वस्थ वातावरण के बिना ही रखा गया था, वहां पर पर्याप्त भोजन की व्यवस्था भी नहीं थी। यह मामला मानव तस्करी का हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में 12 मई 2022 से राष्ट्रगान को अनिवार्य कर दिया गया था, हम आपको बता दें कि भाजपा शासित प्रदेशों में मदरसों को लेकर लगातार दिशानिर्देश जारी किए जा रहे हैं।