भोपाल। मध्य प्रदेश के बैतूल में 400 फीट गहरे बोरवेल में गिरने वाले तन्मय साहू को पांच दिन बाद निकाल लिया गया। हालांकि 8 साल के मासूम की जान नहीं बचाई जा सकी। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तन्मय की मौत पर दुख व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने परिवार को 4 लाख रूपये देने का ऐलान किया है।
बैतूल के एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा ऑपरेशन लगभग 85 घंटों तक चला। NDRF, SDRF और पुलिस सभी ने बच्चे तन्मय को बचाने का प्रयास किया लेकिन आज सुबह जब उसको बाहर निकाला गया तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी। चेस्ट कंजेशन (सीने में जकड़न) के कारण तन्मय की मृत्यु हुई है।
बता दें कि पांच दिन पहले तन्मय करीब 400 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। उसे बाहर निकालने के लिए बोर के समानांतर 44 फीट गहरा गढ्ढा खोदा गया। इसके बाद 12 फीट लंबी सुरंग बना कर उसे बाहर निकाला गया, लेकिन तन्मय की जान नहीं बच पाई। बताया जा रहा है कि जब बचाव दल उसके पास पहुंचा तो उसकी सांसे चल रही थी। चूंकि 80 से अधिक घंटों तक बिना कुछ खाये-पिये रहने की वजह से तन्मय का स्वास्थय बुरी तरह प्रभावित हो गया था। बोरवेल से बार निकालने के बाद उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
बता दे कि तन्मय मंगलवार शाम को खेलते समय मैदान में बने बोरवेल में गिर गया था। बैतूल के जिलाधिकारी अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि सूचना मिलते ही तन्मय को बचाने के लिए अभियान शुरू किया गया। जिसके बाद करीब 84 घंटे के अथक प्रयास के बाद सफलता तो मिली लेकिन उसे बचाया नहीं जा सकता। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 61 जवान लगे थे। ऑपरेशन की निगरानी कर रहे एक होमगार्ड कमांडेंट ने बताया कि तन्मय बोरवेल में 39 फीट पर फंसा था।
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