Madhya Pradesh and Mizoram Assembly election 2018: मध्य प्रदेश और मिजोरम में आज शाम 5 बजे प्रचार अभियान थम गया. इन दोनों राज्योें में 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इस बार बीजेपी और कांग्रेस ने जमकर चुनाव प्रचार किया. मध्य प्रदेश का चुनाव इस बार खास है क्योंकि वहां पर सत्ता विरोधी लहर है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस बार प्रतिष्ठा दांव पर है.
भोपाल. मध्य प्रदेश और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार शाम 5 बजे प्रचार अभियान थम गया. दोनों राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस ने जमकर चुनाव प्रचार किया. इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव बीजेपी के लिए काफी अहम है. मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मु्ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई कई नेताओं ने प्रचार किया. वहीं कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश कांग्रेस यूनिट के अध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जमकर प्रचार किया. मध्य प्रदेश में इस बार सत्ता विरोधी लहर है. ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की साख दांव पर है. इन दोनों राज्यों में 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं. जिनके लिए 2,907 कैंडिडेट अपना भाग्य आजमा रहे हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मध्य प्रदेश में एकतरफा जीत हासिल की थी. बीजेपी ने 2013 में 230 में से 165 सीटें जीतने में सफल रही. वहीं कांग्रेस का प्रदर्शन साल 2013 के विधानसभा चुनाव में शर्मनाक रहा था. कांग्रेस महज 58 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी. लेकिन इस बार 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में बीजेपी को कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही है.मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई ओपिनियन पोल में कांग्रेस को बीजेपी से अधिक सीटें दी गई हैं.
इस बीच 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में सुरक्षाबलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है. मध्य प्रदेश के मु्ख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांथा राव के मुताबिक सूबे में 1 लाख 80 हजार सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है जिनमें मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारी, पैरामिलिटरी फोर्स और होमगार्ड्स शामिल हैं.