भोपाल: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक बार फिर कल शुक्रवार (14 जुलाई) को एक और नर चीते की मौत हो गई है, जिसका नाम सूरज था. इस मामले में अधिकारियों ने बताया है कि अब तक उसकी मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है. बता दें कि बीते 4 महीने में […]
भोपाल: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक बार फिर कल शुक्रवार (14 जुलाई) को एक और नर चीते की मौत हो गई है, जिसका नाम सूरज था. इस मामले में अधिकारियों ने बताया है कि अब तक उसकी मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है. बता दें कि बीते 4 महीने में कूनो नेशनल पार्क में यह 8वें चीते की मौत है. इस सप्ताह 2 चीतों की जान चली गई है. वहीं इससे पहले नर चीते तेजस की मौत मंगलवार को हुई थी, साथ ही उसकी गर्दन पर चोट के निशान भी पाए गए थे.
मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से लाए गये चीतों में से अब तक पांच चीतों और तीन शावकों की मौत हो गई है. इन मरने वालों में 6 साल का चीता ‘उदय’ भी शामिल है, जिसकी अप्रैल के महीने में मौत हुई थी. वहीं इससे पहले ‘साशा’ चीते की भी मौत हुई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर साल 2022 को अपने जन्मदिन पर नामीबिया से आए 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में रिलीज किया गया था. इस साल 2023, फरवरी 18 को साउथ अफ्रीका से 12 और चीतों को कूनो में छोड़ा गया था. बता दें कुल मिलाकर साउथ अफ्रीका और नामीबिया से 20 चीते लाए गए.
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए कुल 20 चीतों में से अब तक पांच ने दम तोड़ दिया हैं. दरअसल नामीबिया से लाई गई मादा चीता जिसका नाम ज्वाला है उसने 4 शावकों को जन्म दिया था, जिसमें से 3 शावकों की मौत हो चुकी है. वहीं चौथा शावक काफी बीमार चल रहा है. बताया जा रहा है कि कूनो नेशनल पार्क में सबसे पहले मादा चीता शासा की मौत हुई जो कि मौसम में ढल नहीं पाई और उसकी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई. वहीं अब केवल 15 चीते ही बचे हैं.