लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान वाद्य यंत्र बजाते हुए मशहूर पखावज वादक दिनेश प्रसाद मिश्र को दिल का दौरा पड़ गया। इसके बाद चंद ही सेकेंड में उनकी मौत हो गई। बता दें कि दिनेश प्रसाद की गिनती पखावज बजाने वाले चुनिंदा मशहूर कलाकारों में होती थी। […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान वाद्य यंत्र बजाते हुए मशहूर पखावज वादक दिनेश प्रसाद मिश्र को दिल का दौरा पड़ गया। इसके बाद चंद ही सेकेंड में उनकी मौत हो गई। बता दें कि दिनेश प्रसाद की गिनती पखावज बजाने वाले चुनिंदा मशहूर कलाकारों में होती थी।
दिनेश प्रसाद मिश्र मूल रूप से मथुरा के रहने वाले थे। सोमवार यानी 6 फरवरी को वह लखनऊ के महिंद्रा सनतकदा फेस्टिवल में सफेद बारादरी में ताल वाद्य कार्यक्रम में पखावज बजा रहे थे, इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया। आयोजक तुरंत उन्हें किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दिनेश प्रसाद मिश्रा का अंतिम संस्कार आज लखनऊ के आलमबाग स्थित श्मशान घाट पर पूरे विधि विधान से परिजनों द्वारा किया जाएगा। बता दें कि वह एसएनए अवार्ड से सम्मानित थे। दिनेश प्रसाद मिश्रा पखावज वादक के साथ ही एक बेहतरीन तबलावादक भी थे। उनके पिता पंडित बाबू लाल भी मथुरा के मशहूर पखावज वादक थे।
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद