नई दिल्ली, पिछले वर्ष हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश ने अपने चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ को खो दिया था. जिसके बाद ये पद एमएम नरवणे के नाम हो गया था. लेकिन अब नरवणे के बाद ये पद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को सौप दिया गया है. पिछले साल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत के बाद […]
नई दिल्ली, पिछले वर्ष हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश ने अपने चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ को खो दिया था. जिसके बाद ये पद एमएम नरवणे के नाम हो गया था. लेकिन अब नरवणे के बाद ये पद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को सौप दिया गया है.
पिछले साल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत के बाद उनका पद आर्मी चीफ एमएम नरवणे को दे दिया गया था. लेकिन इस महीने अब उनके रिटायर होने के बाद ये पद पूर्ण रूप से लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को सौप दिया गया है. आपको बता दे, मनोज पांडे ऑर्मी चीफ बनने वाले पहले इंजीनियर हैं. केंद्र सरकार ने अब उनकी नियुक्ति के लिए हरी झंडी दे दी है. आने वाली 30 अप्रैल को उन्हें भारतीय सेना की कमान सौपी जाएगी. बता दे, इस समय के सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे माह के आखिर में अपना सेनानिवृत्त होने जा रहे हैं.
बता दे, मनोज पांडे इस समय जल्द ही सेनानिवृत्त होने जा रहे सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे के बाद सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. उन्हें पहले से ही इस पद की नियुक्ति के लिए सबसे आगे माना जा रहा था. वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मनोज पांडे की बात करें तो उन्होंने अपने 39 साल के सैन्य करियर में कई पदों को संभाला है. जिसमें, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने पश्चिमी थिएटर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, एलओसी पर पैदल सेना ब्रिगेड, लद्दाख सेक्टर में एक पर्वतीय डिवीजन और उत्तर-पूर्व में एक कोर में अपनी सेवाएं दी हैं. इससे पहले भी उन्होंने पूर्वी कमान का कार्यभार सँभालने से पहले अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं.
बता दें कि 8 दिसंबर को सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका और 12 सेना के जवान सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन एयरबेस के लिए हेलिकॉप्टर में रवाना हुए थे. लेकिन हेलिकॉप्टर गंतव्य तक पहुंचने से मात्र 7 मिनट पहले ही क्रैश हो गया और उसमें सवार सभी 14 लोग शहीद हो गए.
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