Lookout Notice Against Chanda Kochhar: आईसीआईसीआई बैंक धोखाधड़ी मामले में चंदा कोचर की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. सीबीआई ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद लुकआउट नोटिस जारी किया है. उनके पति दीपक कोचर और विडियोकॉन ग्रुप के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस रिवाइज किया गया है.
नई दिल्ली. आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पिछले महीने भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई ने उन पर शिकंजा और कस लिया है. जांच एजेंसी ने सभी एयरपोर्ट्स के इमिग्रेशन अधिकारियों को अलर्ट जारी कर कहा कि अगर चंदा कोचर देश छोड़कर भागने की कोशिश करती हैं तो उन्हें सूचित किया जाए.
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चंदा कोचर के खिलाफ लुकआउट नोटिस (एलओसी) जारी किया गया है. चंदा कोचर पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने पति दीपक कोचर और विडियोकॉन के एमडी वेणुगोपाल धूत के साथ मिलकर जून 2009 से अक्टूबर 2011 के बीच विडियोकॉन ग्रुप की कंपनियों को 1,875 करोड़ रुपये के 6 लोन आवंटित कर बैंक से धोखाधड़ी की. 22 जनवरी को दीपक कोचर और धूत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
सूत्रों ने बताया, उनके खिलाफ जारी लुकआउट नोटिस को भी रिवाइज किया गया है. इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक मामले की शुरुआती जांच के दौरान सीबीआई ने पिछले साल मार्च-अप्रैल के दौरान दीपक कोचर धूत के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. उस वक्त अफवाह थी कि चंदा कोचर के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. लेकिन बाद में सीबीआई अधिकारियों ने इसका खंडन किया.
लेकिन अब एफआईआर दर्ज होने के बाद उनके खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. हालांकि सीबीआई अधिकारियों ने यह बताने से इनकार कर दिया कि चंदा कोचर के बारे में सिर्फ उन्हें ”सूचित” किया जाएगा या फिर ”हिरासत” में लेने का प्रावधान है. सीबीआई सूत्रों ने यह भी कहा कि जल्द ही कोचर दंपति और धूत को पूछताछ के लिए बुलाने पर विचार किया जा रहा है. उनसे पूछा जाएगा कि क्यों बैंकिंग रेग्युलेशन एक्ट, आरबीआई की गाइडलाइंस और आईसीआईसीआई बैंक की क्रेडिट पॉलिसी का उल्लंघन कर विडियोकॉन ग्रुप को इतने ज्यादा लोन दिए गए.
Chanda Kochhar and Videocon Loan Case: कौन हैं चंदा कोचर और क्या है आईसीआईसीआई-विडियोकॉन लोन मामला?