इस साल की कुछ घटनाएं न सिर्फ देशभर में चर्चा का विषय बनीं। आइए इन पर एक नजर डालते हैं।
नई दिल्लीः साल 2024 देश के लिए बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटनाओं से भरा रहा। इस साल की कुछ घटनाएं न सिर्फ देशभर में चर्चा का विषय बनीं, बल्कि सरकार के साथ-साथ आम जनता को भी झकझोर कर रख दिया। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ बड़ी घटनाओं के बारे में, जिसने देशभर में हड़कंप मचा दिया।
9 अगस्त की रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में दिल दहला देने वाली घटना हुई। एक महिला ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना से देशभर में लोगों में आक्रोश फैल गया। राज्य भर में विरोध प्रदर्शन हुए और सरकार से सख्त कानून बनाने की मांग की गई। इस घटना ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
30 जुलाई की रात केरल के वायनाड जिले में भीषण भूस्खलन हुआ। इस भयानक त्रासदी में कई किलोमीटर का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया। इस भूस्खलन में 231 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई। बताया जा रहा है कि इसमें मरने वालों की संख्या 420 से ज्यादा है। घटना के बाद कई इलाकों में बचाव अभियान चलाया गया। तबाही का मंजर दिल दहला देने वाला था। इस त्रासदी में करीब 1200 करोड़ रुपये का नुकसान बताया जा रहा है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्या से पूरा देश सदमे में है। आरोपी ने अपनी गर्लफ्रेंड महालक्ष्मी की हत्या कर उसके शव को 59 टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया। हत्यारे ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने यह क्रूर अपराध इसलिए किया क्योंकि वह महालक्ष्मी के व्यवहार से तंग आ गया था और 3 सितंबर को उसकी हत्या कर दी।
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में 27 जुलाई की शाम पानी भरने से तीन छात्र डूब गए। मृतक छात्रों के नाम श्रेया यादव, तान्या सोनी और नवीन डेलविन हैं। बेसमेंट में पानी भरने पर तीनों छात्र खुद को बचाने के लिए डेस्क पर खड़े हो गए। डेढ़ मिनट में पानी का तेज सैलाब आया जिसमें तीनों की जान चली गई। इसके बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कई कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील कर दिया। इस घटना ने राजधानी में तैयारी के लिए आने वाले छात्रों की दयनीय स्थिति को भी सामने ला दिया।
तिरुपति मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया। यह विवाद 18 सितंबर को शुरू हुआ, जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि तिरुपति के प्रसाद में चर्बी मिलाई जा रही है। इस विवाद ने तिरुपति मंदिर प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया और मंदिरों के चढ़ावे को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग के बाद मची भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब हजारों लोग एक धार्मिक सत्संग के दौरान जमा हुए थे। पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा इंतजाम न किए जाने के कारण यह हादसा हुआ, जिसमें भीषण भगदड़ मच गई और लोग कुचलकर मर गए। घटना के बाद सत्संग कराने वाले भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि मध्य प्रदेश के ग्वालियर चले गए।
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