नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए गठबंधन को टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए इंडिया गठबंधन में सबकुछ सही नहीं चल रहा है। पहले अखिलेश यादव का सीट बंटवारे को लेकर तेवर, फिर उसके बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने अलग से सीट की डिमांड कर दी थी कि कम से 8 […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए गठबंधन को टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए इंडिया गठबंधन में सबकुछ सही नहीं चल रहा है। पहले अखिलेश यादव का सीट बंटवारे को लेकर तेवर, फिर उसके बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने अलग से सीट की डिमांड कर दी थी कि कम से 8 से 9 सीटें चाहिए। अब टीएमसी ने सीट को लेकर अपनी मांगे रख दी है। जिसके बाद इंडिया गठबंधन में खलबली मची हुई है।
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने शनिवार यानी 6 दिसंबर को कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से सीट शेयरिंग को लेकर खुले दिल से बात करेंगे लेकिन अगर बात नहीं बनी तो हम अकेले चुनाव ल़ड़ने को भी तैयार है। टीएमसी सांसद सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि स्थानीय नेता सीट बंटवारे को लेकर क्या सोचते है इसका कोई मतलब नहीं है। अंतिम फैसला आलाकमान को ही करना होगा।
पश्चिम बंगाल में गठबंधन पर खतरा इसलिए मंडरा रहा है क्योंकि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी
ने कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के साथ गठबंधन का प्रस्ताव दिया था लेकिन सीपीआईएम ने इसे तुरंत खारिज कर दिया था। कांग्रेस के नेताओं ने भी इसकी आलोचना की थी। बाद में सीएम ममता बनर्जी ने दोनों पार्टियों पर भाजपा से साठगांठ करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि बंगाल में भाजपा को कड़ा मुकाबला टीएमसी ही दे सकती है। अब दोनों दलों के बीच हो रही ताजा बयानबाजी से गठबंधन पर संकट और गहर सकता है।
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