नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में 400 पार के नारे को सच करने में जुटी भाजपा एनडीए के कुनबे को बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जिसके चलते भाजपा अपने पुराने साथी को एकसाथ लाने का प्रयास कर रही है। भाजपा अपने पुराने साथी जदयू और टीडीपी को पहले ही एनडीए का हिस्सा बना […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में 400 पार के नारे को सच करने में जुटी भाजपा एनडीए के कुनबे को बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जिसके चलते भाजपा अपने पुराने साथी को एकसाथ लाने का प्रयास कर रही है। भाजपा अपने पुराने साथी जदयू और टीडीपी को पहले ही एनडीए का हिस्सा बना चुकी है। वहीं ओडिशा में अपना पैठ मजबूत करने के इरादे से नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल को एनडीए में शामिल कराना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। क्योंकि दोनों पार्टी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनी।
दरअसल, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल के बीच कई दिनों से गठबंधन को लेकर बातचीत जारी थीं। चर्चा जोरों पर थी कि दोनों पार्टियों गठबंधन के तहत लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेंगी लेकिन इस पर पेंच फंस गया है और बीजेपी ने अब अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस बात की जानकारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने दी। उन्होंने लिखा कि बिगत 10 वर्षों से नवीन पटनायक की बीजद
पीएम मोदी की सरकार को विभिन्न मुद्दों पर समर्थन करती आई है। इसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं।
बता दें कि ओडिशा में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी होने हैं। वहीं राज्य में 24 साल से लगातार नवीन पटनायक की सरकार है और वहां पर भाजपा की पकड़ ज्यादा मजबूत नहीं है। बता दें कि ओडिशा में 21 लोकसभा और 147 विधानसभा सीटें है। पिछले बार हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 8 और बीजद को 12 सीटें मिली थी। वहीं ओडिशा में इस बार चार चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। पहला चरण 13 मई और आखिरी चरण 1 जून को होगा। नतीजे चार जून को आएंगे।