नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन महाराष्ट्र के लिए सीट बंटवारे पर माथापच्ची हुई। इसको लेकर आज शाम 4 बजे दिल्ली में बैठक हुई। बैठक में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) के नता शामिल हुए। हालांकि, मीटिंग से पहले ही एक फॉर्मूला तय कर लिया गया था, जिस पर मीटिंग में चर्चा […]
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन महाराष्ट्र के लिए सीट बंटवारे पर माथापच्ची हुई। इसको लेकर आज शाम 4 बजे दिल्ली में बैठक हुई। बैठक में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) के नता शामिल हुए। हालांकि, मीटिंग से पहले ही एक फॉर्मूला तय कर लिया गया था, जिस पर मीटिंग में चर्चा हो हुई।
बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं। यहां पर कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना (उद्धव गुट) और वंचित बहुजन अघाड़ी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र कांग्रेस 20 सीटों पर लड़ चुनाव सकती है। शिवसेना वैसे तो 23 सीटों की मांग कर रही है, लेकिन उन्हें भी 20 सीटें दी जा सकती हैं। NCP को 6 और वंचित बहुजन अघाड़ी को 2 सीटें दिया जा सकता है।
जानकारी दे दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना के दो गुट हैं। जहां एक गुट के नेता एकनाथ शिंदे हैं। तो दूसरे गुट के नेता बाल ठाकरे के बेटे उद्धव हैं लेकिन उद्धव गुट के कुछ नेता अब भी शिंदे के संपर्क में हैं। ऐसे में कांग्रेस उद्धव गुट को अपने बराबर ही सीटे दे सकती है। दूसरी बाते ये कि कांग्रेस प्रदेश में अपना दबदबा कमजोर नहीं करना चाह रही है।
पिछले चुनाव के आंकड़े देखे जाएं तो शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 18 पर जीत दर्ज की थी। शिवसेना का तब एक ही गुट था, जिसके नेता उद्धव ठाकरे थे। तब उद्धव ने भाजपा के साथ गठबंधन में ये चुनाव लड़ा था। वहीं 2019 में कांग्रेस को 1 सीट पर जीत मिली थी। उस वक्त एनसीपी भी तब एक हुआ करती थी, अजीत पवार शरद पवार के साथ थे। 2019 चुनाव में एनसीपी को 4 सीटें मिली थीं।