नई दिल्लीः एक ओर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को अपना बेहद करीबी’ बताया है। वहं इसके उलट कांग्रेस की बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता को अवसरवादी बताते हुए कहा कि पार्टी उनके सहयोग के बिना ही आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी। […]
नई दिल्लीः एक ओर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को अपना बेहद करीबी’ बताया है। वहं इसके उलट कांग्रेस की बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता को अवसरवादी बताते हुए कहा कि पार्टी उनके सहयोग के बिना ही आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
आइएनडीआइए गठबंधन में कांग्रेस के तृणमूल के साथ शामिल होने के बावजूद ममता के प्रति लगातार हमलावर अधीर ने कहा कि हम ममता बनर्जी की मदद से चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस जानती है कि अपने बल पर कैसे चुनाव लड़ना है। ममता बनर्जी को याद रखना चाहिए कि वह कांग्रेस के समर्थन से ही बंगाल में सत्ता में आई थीं।
तृणमूल की ओर से कांग्रेस को बंगाल में दो लोकसभा सीट देने की बात पर अधीर ने कहा कि कांग्रेस सीटों के लिए भीख नहीं मांगेगी। इस बयान के बाद आइएनडीआइए में व्याप्त मतभेद फिर सतह पर आ गया है। एक तरफ सोमवार को ममता ने विपक्षी गठबंधन में शामिल माकपा पर हमला बोलते हुए उसपर आइएनडीआइए की बैठकों को नियंत्रित करने का आरोप लगाया था। ममता ने कहा था कि इंडिया नाम उन्होंने ही दिया था, पर उन्हें ही उसकी बैठकों में बोलने नहीं दिया जाता। उन्होंने यह भी कहा था कि जिस माकपा के खिलाफ उन्होंने 34 साल लड़ाई की है, उसकी कोई सलाह नही मानेंगी। माकपा, भाजपा की मदद करने का प्रयास न करे।
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