नई दिल्ली: कैश फॉर क्वेरी मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के विरुद्ध लोकसभा की नैतिकता समिति जांच कर रही है. इसको लेकर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) एथिक्स पैनल के साथ पूरा सहयोग करेगा. बता दें महुआ मोइत्रा के […]
नई दिल्ली: कैश फॉर क्वेरी मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के विरुद्ध लोकसभा की नैतिकता समिति जांच कर रही है. इसको लेकर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) एथिक्स पैनल के साथ पूरा सहयोग करेगा. बता दें महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच शुरू करने के लिए एथिक्स पैनल आने वाले कल 26 अक्टूबर को बैठक करेगी.
सदन सचिवालय लोकसभा वेबसाइट के लिए एनआईसी से सेवाएं लेता है. जिसके बाद सचिवालय स्पीकर को रिपोर्ट करता है. ऐसे में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव का आश्वासन महत्वपूर्ण है. क्योंकि पैनल को निशिकांत दुबे और महुआ मोइत्रा के वकील जय अनंत देहाद्राई के आरोपों का पता लगाने के लिए तकनीकी सहायता की आवश्यकता पड़ सकती है. एनआईसी की मदद से सदन सचिवालय यह पता लगा सकता है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी को संसदीय अकाउंट चलाने की अनुमति दी थी या नहीं.
महुआ मोइत्रा ने अश्विनी वैष्णव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कौन झूठ बोल रहा है? फेक डिग्री रखने वाले ने 2 दिन पहले ही कहा कि NIC ने पहले ही दुबई में लॉगिन हुए आकउंट की सभी डिटेल जांच एजेंसी को दे दी है. अब वैष्णव कह रहे हैं कि एनआईसी एथिक्स कमेटी और लोकसभा के कहने पर जानकारी देगा.
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