नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा को नए प्रयोग से मिली सफलता के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी नए प्रयोग देखने को मिलने वाला है। उत्तर प्रदेश में कई सांसदों को इन प्रयोगों से परेशानी भी हो सकती है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी 2014 के बाद जब से सत्ता […]
नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा को नए प्रयोग से मिली सफलता के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी नए प्रयोग देखने को मिलने वाला है। उत्तर प्रदेश में कई सांसदों को इन प्रयोगों से परेशानी भी हो सकती है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी 2014 के बाद जब से सत्ता में आई है हर चुनाव में अलग-अलग प्रयोग करते हुए दिखाई देती है। हर चुनाव में बीजेपी अलग अलग स्ट्रेटजी के साथ निकल कर सामने आती है और इन स्ट्रेटजी से भाजपा को चुनावों में फायदा भी मिल रहा है।
खबरों के मुताबिक इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी बड़ा फेरबदल करने जा रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा बड़े पैमाने पर इस बार टिकट काटने जा रही है और इसमें बड़े बड़े दिग्गज भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट में से लगभग 35 से 40 ऐसी सीट हैं जिन पर बीजेपी नए उम्मीदवार उतारने जा रही है जिसमे 10 के करीब सीट पश्चिमी यूपी की हैं, 5 उम्मीदवार बुंदेलखंड में बदले जाएंगे, लगभग 10 उम्मीदवार पूर्वांचल में बदले जाने वाले हैं वही अवध में भी 10 के करीब नए प्रत्याशी उतारे जाएंगे।
खबरों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के पहले मंत्रिमंडल में एक बड़ा फेर बदल किया जा सकता है जिसमें कई सिटिंग मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है तो वहीं कई सिटिंग मंत्रियों को चुनाव में भेजा जा सकता है। बता दें कि आज की भाजपा सर्वे , रिसर्च और इनफार्मेशन के साथ इलेक्शन में जाती है और वो आंकड़ों का बहुत ख्याल रखती है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो कई सिटिंग सांसदों के टिकट कटेंगे और उनको संगठन में जगह देकर मैनेज किया जाएगा।