नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बात का समर्थन किया है। सपा प्रमुख जातीय जनगणना को लेकर उत्तर प्रदेश की विधानसभा के शीताकालीन सत्र में काफी मुखर थे. अब मायावती ने भी केंद्र […]
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बात का समर्थन किया है। सपा प्रमुख जातीय जनगणना को लेकर उत्तर प्रदेश की विधानसभा के शीताकालीन सत्र में काफी मुखर थे. अब मायावती ने भी केंद्र सरकार से जातीय जनगणना की मांग कर दी है। मायावती की इस मांग से लोकसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की टेंशन बढ़ सकती है।
बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी जातीय सर्वे की मांग उठ रही है। इसको लेकर बीते दिनों समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी यूपी विधानसभा में यही मांग रखी। अब इस मुद्दे पर मायावती ने भी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर तीन पोस्ट्स में मायावती ने केंद्र से मांग रखी है। मायावती ने कहा कि संसद के आगामी 4 दिसम्बर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक में बसपा द्वारा सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की मांग की गई। मायावती ने कहा कि अब जबकि इसकी मांग देश के कोने-कोने से उठ रही है, केन्द्र सरकार द्वारा इस मुद्दे पर अविलम्ब सकारात्मक कदम उठाना जरूरी है।
बसपा प्रमुख ने लिखा कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था से त्रस्त व जातिवादी शोषण-अत्याचार से पीड़ित देशभर के लोगों में जातीय जनगणना के प्रति जो अभूतपूर्व रुचि और जागरूकता है वह बीजेपी की नींद उड़ाए है तथा कांग्रेस अपने अपराधों पर पर्दा डालने में व्यस्त है।