Lok Sabha Elections 2019 Dates: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग ने संकेत दिए हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव समय से पर ही होंगे. चुनाव आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव 2019 के लिए नामांकन, वोटिंग और नतीजों की तारीखों का ऐलान 5 मार्च के बाद कभी भी हो सकता है. लोकसभा चुनाव की तारीखों को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा.
नई दिल्ली. भारतीय चुनाव आयोग की ओर से संकेत मिला है कि लोकसभा 2019 चुनाव तय समय पर ही होगा. हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद चुनाव को आगे किए जाने संभावना जाहिर की जा रही थी. लेकिन चुनाव आयोग ने शुक्रवार को संकेत दिया आम चुनाव 2019 को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव 2019 के तारीखों का ऐलान पांच मार्च के बाद किसी भी दिन किया जा सकता है.
मालूम हो कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. हर पांच साल बाद होने वाले आम चुनाव को कई चरणों में आयोजित किया जाता है. पिछले आम चुनाव (लोकसभा चुनाव 2014) नौ चरण में सात अप्रैल से 12 मई के बीच कराया गया था. चुनाव परिणाम 16 मई को घोषित की गई थी. जिसमें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ था. अब देश दूसरे आम चुनाव के मुहाने पर खड़ा है. जिसमें सत्तारूढ़ दल भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों के बीच मुकाबला होना है.
चुनाव विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी लोकसभा का चुनाव 9 चरण में संपन्न होगा. आम चुनाव 2014 के पहले चरण में सात अप्रैल को असम और त्रिपुरा के छह लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था. दूसरे चरण में 9 अप्रैल को पूर्वोत्तर के पांच राज्य अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड के सात लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था. तीसरे चरण में 10 अप्रैल को 14 राज्यों के 92 निर्वाचन क्षेत्रों पर वोट डाला गया था.
लोकसभा चुनाव 2014 के चौथे चरण का मतदान 12 अप्रैल को तीन राज्यों के पांच लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था. लोकसभा की सबसे ज्यादा 122 सीटों के लिए 13 राज्यों में पांचवें चरण 17 अप्रैल को वोट डाला गया था. जबकि मतदान के छठे चरण में 24 अप्रैल को 12 राज्यों में 117 सीटों पर वोट डाला गया था. वहीं मतदान के सातवें चरण में 30 अप्रैल को नौ राज्यों के 89 लोकसभा सीट पर वोट डाला गया था. आठवें चरण में 7 राज्यों में 64 लोकसभा सीटों पर सात मई को मतदान हुआ था. जबकि नौंवे और आखिरी चरण में 12 मई को तीन राज्यों के 41 निर्वाचन क्षेत्रों पर वोट डाला गया था.