नई दिल्ली: देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव के चुनाव चल रहे हैं. आज से ठीक एक हफ्ते के बाद यानी 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों के प्रचार में जुटी हुई हैं. आम चुनाव को सकुशल संपन्न कराने और मतगणना की जिम्मेदारी भारतीय निर्वाचन आयोग के […]
नई दिल्ली: देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव के चुनाव चल रहे हैं. आज से ठीक एक हफ्ते के बाद यानी 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों के प्रचार में जुटी हुई हैं. आम चुनाव को सकुशल संपन्न कराने और मतगणना की जिम्मेदारी भारतीय निर्वाचन आयोग के कंधों पर है. इस बीच आइए जानते हैं कि चुनाव आयोग इलेक्शन के दौरान एक वोटर पर कितने रुपये खर्च करता है.
2019 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने एक वोटर पर 60 रुपये खर्च किए थे. कुल 91 करोड़ वोटर्स से वोट कराने के लिए चुनाव आयोग ने करीब 5500 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
जानकारों का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रति मतदाता खर्च में बढ़ोत्तरी हो सकती है. इस बार ये आंकड़ा 100 रुपये तक पहुंच सकता है.
1952- 0.6 पैसे
1957- 0.3 पैसे
1962- 0.3 पैसे
1967- 0.4 पैसे
1971- 04. पैसे
1977- 0.7 पैसे
1980- 1.5 रुपये
1984- 2.0 रुपये
1989- 3.1 रुपये
1991- 7.0 रुपये
1996- 10.1 रुपये
1998- 11.1 रुपये
1999- 15.3 रुपये
2004- 15.1 रुपये
2009- 15.5 रुपये
2014- 46. 4 रुपये
2019- 60.0 रुपये
गौरतलब है कि चुनाव आयोग को यह पैसा बजट के रूप में केंद्र सरकार की ओर से मिलता है. चुनाव आयोग के इस खर्च में राजनीतिक पार्टियों की ओर से किया जाने वाला खर्च और सुरक्षा व्यवस्था पर होने वाला खर्च शामिल नहीं है.
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