नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम समय बचा है। इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में सत्ताधारी पार्टी भाजपा को चुनाव में मात देने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया है। लेकिन अब इस गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ […]
नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम समय बचा है। इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में सत्ताधारी पार्टी भाजपा को चुनाव में मात देने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया है। लेकिन अब इस गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस पर धोखा देने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं कांग्रेस अब अकेले चुनाव लड़ने पर भी रणनीति बना रही है।
सपा ने इंडिया गठबंधन में चुनाव लड़ने पर 65 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है। ऐसे में अब इंडिया गठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस क्या करेगी? उत्तर प्रदेश में सपा, रालोद और कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। समाजवादी पार्टी की एकतरफा घोषणा के बाद कांग्रेस और रालोद को 15 सीटों पर जद्दोजहद करनी पड़ेगी। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के गठबंधन से अलग होने पर कांग्रेस का ‘प्लान बी’ तैयार है। कांग्रेस बसपा और रालोद के साथ भी मिलकर चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती है।
अजय राय के बयान के बाद बसपा ने गठबंधन पर एक बार फिर अपना रुख साफ किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल के अनुसार बसपा ने इंडिया गठबंधन से दूरी बनाई है। उन्होंने कांग्रेस के साथ बातचीत को खारिज किया। उन्होंने कहा कि गठबंधन पर निर्णय लेने का अधिकार मायावती को है। वहीं इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने आधिकारिक रूप से सीट शेयरिंग पर स्टैंड क्लियर नहीं किया है। सुरेंद्र राजपूत ने भाजपा नेताओं पर इंडिया गठबंधन में दरार डालने, भ्रम फैलाने के लिए दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है। सुरेंद्र राजपूत के अनुसार इंडिया गठबंधन भाजपा की चाल को नाकाम करेगा।