नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और अकाली दल में सहमति नहीं बन पाई। बता दें कि शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी में पारित प्रस्ताव से पंजाब में अकाली दल तथा बीजेपी के गठबंधन पर सवाल उठने लग […]
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और अकाली दल में सहमति नहीं बन पाई। बता दें कि शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी में पारित प्रस्ताव से पंजाब में अकाली दल तथा बीजेपी के गठबंधन पर सवाल उठने लग गया है।
बता दें कि बीजेपी को अकाली दल की कोर कमेटी के पारित प्रस्ताव में कई मामलों पर सख्त आपत्ति थी, क्योंकि कई मुद्दे राष्ट्रवाद से जुड़े हुए हैं। जिसमें से एनएसए को खत्म करने, फिरोजपुर तथा अटारी बाॅर्डर को खोलने जैसे मुद्दों पर बीजेपी अकाली दल से सहमत नहीं थी।
बीजेपी के पंजाब के सहप्रभारी डॉ. नरिंदर रैना भी पहले ही बता चुके थे कि बीजेपी का मुद्दा राष्ट्रवाद है और इस पर पार्टी कभी समझौता नहीं कर सकती। एक देश एक राष्ट्र की बुलंद आवाज लेकर बीजेपी पंजाब में 13 सीटों के लिए तैयार है, लेकिन अपने मुद्दे तथा नीतियों से समझौता नहीं करेगी।