Lok Sabha Election 2019 UP Survey: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले यूपी की लोकसभा सीटों पर किए गए सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं. इंडिया टुडे और कर्वी इनसाइट्स सर्वे के मुताबिक, अगर यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर अखिलेश यादव की सपा, मायावती की बसपा, आरएलडी गठबंधन को राहुल गांधी की कांग्रेस का साथ मिलता है तो बीजेपी सूबे में सिर्फ 5 सीटें जीतने में कामयाब रहेगी.
लखनऊ. लोकसभा चुनाव 2019 के लिए उत्तर प्रदेश में हुए सपा, बसपा और आरएलडी के गठबंधन को अगर सूबे में राहुल गांधी की कांग्रेस का साथ मिल जाता है तो आम चुनावों में बीजेपी यूपी+अपना दल सिर्फ 5 सीटें लेने में कामयाब रहेगी. हालांकि यह हम नहीं बल्कि इंडिया टुडे और कर्वी इनसाइट्स का सर्वे मूड ऑफ दा नेशन पोल कह रहा है. उत्तर प्रदेश की 20 लोकसभा सीट के 2, 478 लोगों पर किया गया यह सर्वे बीजेपी के लिए चुनाव नतीजों के लिए शुभ संकेत नहीं देता नजर आ रहा है.
सर्वे के अनुसार, अगर यूपी में अखिलेश यादव की सपा, मायावती की बसपा, अजीत सिंह की आरएलडी के साथ कांग्रेस भी आ जाए तो भाजपा का वोट शेयर साल 2014 के 43.3 फीसदी से घटकर सिर्फ 36 फीसदी रह जाएगा और बीजेपी+अपना दल की झोली में 73 सीटों के बजाय सिर्फ 5 सीटें रह जाएंगी. बाकि 75 सीटें एसपी, बीएसपी, आरएलडी और कांग्रेस के खाते में पहुंच जाएंगी. साफ शब्दों में कहा जाए तो अगर बीजेपी के खिलाफ यूपी में बने महागठबंधन को कांग्रेस का साथ भी मिल गया तो सूबे से बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा.
यह सर्वे 28 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच किया गया जिसमें 20 लोकसभा क्षेत्र के करीब ढाई हजार लोगों को शामिल किया गया. सर्वे में एक तरफ सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस को रखा गया वहीं दूसरी ओर भाजपा और अपना दल का गठबंधन रखा गया था. आपको बता दें कि यूपी में सपा,बसपा और आरएलडी के गठबंधन में अभी तक कांग्रेस शामिल नहीं है. हाल ही में अखिलेश यादव और मायावती संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महागठबंधन का ऐलान किया था जिसमें उन्होंने कांग्रेस को इस गठबंधन में शामिल होना नुकसानदायक बताया था. हालांकि इस गठबंधन ने राहुल गांधी की अमेठी सीट और सोनिया गांधी की रायबरेली सीट से चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है.